
सतना जिले के अंतिम छोर पर बसे पाथर कछार गांव में मां काली का दिव्य दरबार नवरात्रि में भक्तों की आस्था का केंद्र बना हुआ है। घने जंगलों और वादियों के बीच स्थित विशाल प्रतिमा चमत्कारिक मानी जाती है। यहां लाल गुड़हल, नारियल और चुनरी चढ़ाने से मन्नत पूरी होने की मान्यता है। ऐतिहासिक रूप से पथरीगढ़ स्टेट से जुड़ा यह स्थान आज भी आस्था, संस्कृति और पर्यटन की संभावनाओं का प्रतीक है।