अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया है कि भारत और रूस चीन के हाथों में चले गए हैं। उन्होंने भारत पर लगाए गए टैरिफ को सही ठहराते हुए इसे यूक्रेन युद्ध रोकने और अमेरिका की आर्थिक सुरक्षा से जोड़ा।
By: Ajay Tiwari
Sep 05, 2025just now
नई दिल्ली: स्टार समाचार वेब
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर यह आशंका जताई है कि भारत और रूस अब चीन के खेमे में जा चुके हैं। शुक्रवार को अपनी 'ट्रुथ सोशल' पोस्ट में ट्रम्प ने लिखा, "ऐसा लगता है कि हमने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया है। उम्मीद है उनका भविष्य अच्छा होगा।" इस पोस्ट के साथ उन्होंने सितंबर 2017 में चीन में हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की एक तस्वीर भी साझा की, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी, रूसी राष्ट्रपति पुतिन और चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग एक साथ नजर आ रहे हैं।
इस पोस्ट पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। ट्रम्प का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब भारत और अमेरिका के बीच उनके द्वारा भारत पर लगाए गए 50% टैरिफ को लेकर संबंध तनावपूर्ण हैं और यह मामला अमेरिकी अदालत में विचाराधीन है।
ट्रम्प ने गुरुवार को अमेरिकी अदालत में भारत पर टैरिफ लगाने के अपने फैसले को सही ठहराया। उन्होंने तर्क दिया कि यह अमेरिका को भारी आर्थिक नुकसान से बचाने के लिए आवश्यक था। ट्रम्प ने सुप्रीम कोर्ट में एक अपील दायर कर निचली अदालत के उस फैसले को चुनौती दी है, जिसमें उनके टैरिफ को गैर-कानूनी बताया गया था। उन्होंने कहा कि भारत पर टैरिफ लगाना रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने में भी मददगार है, क्योंकि यह रूसी तेल खरीदने के लिए भारत पर दबाव डालता है। ट्रम्प ने दावा किया कि निचली अदालत का फैसला उनकी व्यापारिक बातचीत को खतरे में डाल रहा है। हालांकि, अमेरिकी अपील कोर्ट ने ट्रम्प के टैरिफ को गैर-कानूनी करार देते हुए कहा था कि उन्हें हर आयात पर असीमित टैरिफ लगाने का अधिकार नहीं है।
इससे पहले, 3 सितंबर को एक रेडियो शो में ट्रम्प ने भारत पर ऊँचे टैरिफ लगाकर अमेरिका को "मारने" का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा, "भारत दुनिया में सबसे ज्यादा टैरिफ लगाने वाला देश था, लेकिन अब उन्होंने मुझे जीरो टैरिफ का ऑफर दिया।" ट्रम्प ने यह भी कहा कि अगर अमेरिका ने टैरिफ नहीं लगाए होते, तो भारत ऐसा ऑफर कभी नहीं देता। उन्होंने टैरिफ को अमेरिका की आर्थिक ताकत के लिए जरूरी बताया।दूसरी ओर, छोटे कारोबारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील जेफ्री श्वाब ने कहा है कि ट्रम्प के ये टैरिफ छोटे व्यवसायों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और वे इस मामले में जल्द फैसले की उम्मीद कर रहे हैं।