दिल्ली लाल किला ब्लास्ट के तार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े। मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर की महिला विंग 'जमात-उल-मोमिनात' का खुलासा। फरीदाबाद से महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद और डॉ. मुजम्मिल शकील 2900 किलो विस्फोटक के साथ गिरफ्तार। जानें इस स्लीपर सेल नेटवर्क का पूरा सच।
By: Star News
Nov 11, 20256:04 PM
नई दिल्ली. स्टार समाचार वेब
दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास हुए कार बम धमाके के तार अब सीधे तौर पर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़ते दिखाई दे रहे हैं। इस आतंकी घटना की जांच में जैश के एक नए और खतरनाक "व्हाइट कॉलर" स्लीपर सेल नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें डॉक्टर और मौलवी शामिल हैं।
जांच में सबसे बड़ा खुलासा जैश की महिला विंग को लेकर हुआ है। फरीदाबाद से गिरफ्तार की गई महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद (कथित तौर पर अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़ी) जैश-ए-मोहम्मद की महिला शाखा से जुड़ी हुई थी और उसे भारत में महिला आतंकियों की भर्ती की जिम्मेदारी दी गई थी।
शाहीन जैश के महिला संगठन 'जमात-उल-मोमिनात' की कमान संभाल रही थी। इस विंग का नेतृत्व पाकिस्तान से जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर कर रही थी। सादिया अजहर, जिसका पति आतंकी युसूफ अजहर (कंधार विमान अपहरण कांड में शामिल) भारतीय सेना के 'ऑपरेशन सिंदूर' में मारा गया था, अब अपनी बहन समायरा अजहर के साथ मिलकर ऑनलाइन क्लास के जरिए महिलाओं को ब्रेनवॉश कर आतंकी संगठन में शामिल करने की कोशिश कर रही है। इस विंग का मुख्य फोकस जैश कमांडरों की पत्नियों और आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं पर है।
जांच में एक बड़े स्लीपर सेल नेटवर्क का भी खुलासा हुआ है। एनआईए (NIA) की टीम ने जीएमसी अनंतनाग मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में छापेमारी की तो डॉक्टरों और मौलवियों की मिलीभगत सामने आई। डॉक्टर मुजम्मिल शकील को शाहीन से करीबी रिश्ते के चलते फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया, जिसके किराए के कमरों से 2900 किलोग्राम विस्फोटक बरामद हुआ था। जीएमसी श्रीनगर में पैरामेडिकल स्टाफ रहे और इमाम मौलवी इरफान ने मेडिकल छात्रों को कट्टरपंथी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन तीनों ने मिलकर फरीदाबाद-दिल्ली मॉड्यूल की नींव रखी।
इस मॉड्यूल का पर्दाफाश होने से साफ है, जैश-ए-मोहम्मद अब भारत में महिलाओं और 'व्हाइट कॉलर' पेशेवरों का इस्तेमाल कर अपनी आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रच रहा है।
शाहीन के पिता..... “हमारे परिवार का कभी किसी विवाद से नाता नहीं रहा। शाहीन ने जीवन भर मेहनत की है। वह बचपन से ही दूसरों की मदद करती आई है। मुझे नहीं लगता कि वह किसी गलत गतिविधि में शामिल हो सकती है। उसे फंसाया जा रहा है।”