अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा इन दिनों एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है। दावा किया जा रहा है कि नासा अपने करीब 2145 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी कर रही है। अमेरिकी मीडिया आउटलेट पॉलिटिको ने इस बारे में जानकारी दी है।
By: Arvind Mishra
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा इन दिनों एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है। दावा किया जा रहा है कि नासा अपने करीब 2145 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी कर रही है। अमेरिकी मीडिया आउटलेट पॉलिटिको ने इस बारे में जानकारी दी है। दरअसल, कर्मचारियों की छंटनी बजट में कटौती और एजेंसी के काम को ज्यादा प्राथमिकता देने की योजना का हिस्सा है। नासा के इस फैसले से वैज्ञानिक ढांचे पर बड़ा असर पड़ने की उम्मीद जताई जा रही है। नासा की रिपोर्ट के मुताबिक, जो कर्मचारी निकाले जा रहे हैं वे ज्यादातर जीएस-13 से जीएस-15 ग्रेड के हैं, जो अमेरिका की सरकारी सेवा में वरिष्ठ पद माने जाते हैं।
नासा की प्रवक्ता बेथनी स्टीवंस ने बताया कि हम अपने मिशन के प्रति प्रतिबद्ध हैं, लेकिन अब हमें सीमित बजट में प्राथमिकताएं तय करनी होगी। गौरतलब है कि ट्रंप के कार्यकाल में नासा और अमेरिका की अंतरिक्ष नीति में कई बदलाव हुए हैं। नासा के 18 हजार कर्मचारियों की टीम पर भी इसका असर पड़ा है।
ट्रंप ने नासा के नए एडमिनिस्ट्रेटर के तौर पर बिलियनर और स्पेसएक्स के समर्थक जारेड आइजैकमैन को नामित किया था, लेकिन ट्रंप और एलन मस्क के बीच आई दूरियों के बाद व्हाइट हाउस ने आइजैकमैन का नाम हटा दिया, जिससे यह नियुक्ति टल गई।