बीते शनिवार को अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी में फाइनल एग्जाम के दौरान एक संदिग्ध व्यक्ति कैंपस में आया और सभी पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद से हमलावर फरार था। उसको पकड़ने की लगातार कोशिश जारी थी।
By: Arvind Mishra
Dec 19, 202510:09 AM
वॉशिंगटन। स्टार समाचार वेब
बीते शनिवार को अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी में फाइनल एग्जाम के दौरान एक संदिग्ध व्यक्ति कैंपस में आया और सभी पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद से हमलावर फरार था। उसको पकड़ने की लगातार कोशिश जारी थी। इस बीच गुरुवार को गोलीबारी के संदिग्ध का शव हैम्पशायर के सलेम में एक स्टोरेज यूनिट में मिला है। कानून प्रवर्तन अधिकारियों के अनुसार, हमलावर ने खुद को गोली मार ली थी। उसके पास से दो हथियार और घटनास्थल से मिलान करने वाले सबूत बरामद हुए हैं।
13 और 15 दिसंबर की घटना
13 दिसंबर को ब्राउन यूनिवर्सिटी में एग्जाम के दौरान हुए सामुहिक गोलीबारी में दो छात्रों की मौत हुई थी और नौ घायल हुए थे। इसके ठीक दो दिन बाद 15 दिसंबर को बोस्टन के पास ब्रुकलाइन में एमआईटी के प्लाज्मा साइंस एंड फ्यूजन सेंटर के निदेशक प्रोफेसर नूनो लौरेइरो की उनके घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद दोनों घटनाओं के बीच संबंध का पता लगाया।
दोनों घटनाओं की चल रही जांच
जांच करने वाले अधिकारियों का मानना है कि यह संदिग्ध ब्राउन में हुई गोलीबारी और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी के एक प्रोफेसर की हत्या के लिए जिम्मेदार है। हालांकि, अधिकारियों ने अभी तक दोनों गोलीबारी की घटनाओं के बीच संबंध की औपचारिक पुष्टि नहीं की है। अधिकारियों ने कहा कि ब्राउन विवि में हुई गोलीबारी और दो दिन बाद बोस्टन के पास हुए एक हमले के बीच संबंध की जांच की जा रही है।
सीसीटीवी में नहीं आई फोटो
ब्राउन विवि के अधिकारियों का कहना है कि परिसर में 1,200 कैमरे लगे हैं, लेकिन हमला इंजीनियरिंग भवन के एक पुराने हिस्से में हुआ, जहां बहुत कम या न के बराबर कैमरे हैं। जांचकर्ताओं का मानना है कि हमलावर परिसर से सटी एक आवासीय सड़क की ओर खुलने वाले दरवाजे से अंदर आया और बाहर गया, जिससे शायद यह पता चलता है कि ब्राउन विवि में लगे कैमरों ने उस व्यक्ति का फुटेज क्यों नहीं लिया।