जम्मू कश्मीर के कटरा में मूसलाधार बारिश होने के बाद वैष्णो देवी जाने वाले रास्ते पर भूस्खलन हो गया। इसके चलते वैष्णों देवी जाने वाले रास्ते पर पत्थर और मलबा गिरने लगा। इसके चलते हिमकोटि के पास से अर्धकुमारी से भवन जाने वाले बैटरी मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया।
By: Arvind Mishra
Jun 24, 202511:24 AM
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
जम्मू कश्मीर के कटरा में मूसलाधार बारिश होने के बाद वैष्णो देवी जाने वाले रास्ते पर भूस्खलन हो गया। इसके चलते वैष्णों देवी जाने वाले रास्ते पर पत्थर और मलबा गिरने लगा। इसके चलते हिमकोटि के पास से अर्धकुमारी से भवन जाने वाले बैटरी मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया। इसके चलते रियासी में कार सेवा रोकनी पड़ी। इधर, घटना की जानकारी मिलते ही श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने आपात सेवा ने मलबा हटाने के लिए जेसीबी मशीनों के साथ मजदूरों की टीम मौके पर भेजी। अधिकारी ने बताया कि हमारी प्राथमिकता श्रद्धालुओं की सुरक्षा है। हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि रास्ता जल्द से जल्द खुल जाए। जब तक यह मार्ग बहाल नहीं होता, श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि वे पारंपरिक पुराने पैदल मार्ग का उपयोग करें। दरअसल, माता वैष्णो देवी के यात्रा मार्ग पर सोमवार दोपहर तेज वर्षा के दौरान हिमकोटी और आसपास भूस्खलन होने से श्रद्धालुओं की आवाजाही बंद करने के साथ बैटरी कार सेवा भी स्थगित कर दी गई। पारंपरिक मार्ग सुचारु रहा, जिससे श्रद्धालु आते-जाते रहे।
लगातार पत्थर गिरने से इस मार्ग से श्रद्धालुओं की आवाजाही बंद कर दी गई। बैटरी कार सेवा को भी स्थगित कर दी गई। प्रतिकूल मौसम के कारण हेलीकॉप्टर सेवा स्थगित रही। तेज वर्षा से वैष्णो देवी भवन से भैरव घाटी तक चलने वाली केबल कार सेवा भी स्थगित रही। श्रद्धालु पैदल या घोड़ा, पिट्ठू, पालकी का सहारा लेकर यात्रा करते रहे।
बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि बैटरी कार मार्ग की मरम्मत जारी है। जल्द ही इसे सुचारु कर दिया जाएगा। प्रतिकूल मौसम को देखते हुए सभी मार्गों पर आपदा प्रबंधन दल के साथ श्राइन बोर्ड, पुलिस विभाग, सीआरपीएफ के अधिकारी व जवान जगह-जगह तैनात हैं और यात्रा पर निगाह रखे हुए हैं। श्रद्धालुओं को निर्देश दिए जा रहे हैं कि वह पूरी सावधानी के साथ यात्रा करें और भूस्खलन क्षेत्र में ना रुकें।
-कुछ और लोगों के दबे होने की आंशका
इधर, यमुनोत्री धाम के पैदल पर मार्ग पर सोमवार को पहाड़ी से हुए भूस्खलन के बाद मंगलवार को सुबह फिर से खोज बचाव अभियान शुरू किया गया है। सोमवार को नौकैंची के समीप मलबा बोल्डर आने से कई लोग उसमें दब गए थे। सोमवार देर शाम तक एक 12 वर्षीय किशोरी समेत दो शव निकाल दिए गए थे। वहीं एक घायल को उपचार के लिए भेजा गया था। एक से दो और लोगों के दबे होने की आशंका है। रात करीब नौ बजे तेज बारिश होने के कारण रेस्क्यू अभियान रोक दिया गया था।