रेलवे ने ट्रेन में खाली सीटों का बेहतर उपयोग करने के लिए अपग्रेडेशन स्कीम में बदलाव किए हैं। यह सुविधा सभी की ट्रेनों में लागू होगी, जिनमें बैठने और सोने की दोनों तरह की सीटें होती हैं।
By: Prafull tiwari
भोपाल। रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए रिजर्व टिकट अपग्रेडेशन का दायरा बढ़ा दिया है। अब स्लीपर श्रेणी का टिकट सेकंड एसी तक अपग्रेड हो सकेगा। वहीं, अपग्रेडेशन की संख्या भी करीब दोगुनी हो जाएगी। भोपाल रेल मंडल से गुजरने वाली लगभग 300 यात्री ट्रेनों में 7 हजार से ज्यादा रिजर्व टिकट अपग्रेड हो सकेंगे। अब तक अपग्रेडेशन की लिमिट 4000 तक थी। हालांकि, अपग्रेडेशन का फायदा कंसेशन पर रिजर्वेशन करवाने अथवा रिजर्व टिकट लेने वाले यात्रियों को नहीं मिलेगा।
रेलवे ने ट्रेन में खाली सीटों का बेहतर उपयोग करने के लिए अपग्रेडेशन स्कीम में बदलाव किए हैं। यह सुविधा सभी की ट्रेनों में लागू होगी, जिनमें बैठने और सोने की दोनों तरह की सीटें होती हैं। बैठने की सीटों के लिए अपग्रेडेशन का क्रम सेकंड सीटिंग यानी 2एस से शुरू होकर चेयर कार सीसी, एग्जीक्यूटिव चेयर कार ईसी, विंस्टाडोम एग्जीक्यूटिव चेयर कार तक होगा। वहीं, स्लीपर सीट का टिकट 3 इकोनॉमी, थर्ड एसी, सेकंड एसी तक अपग्रेड किया जा सकेगा। अपग्रेडेशन केवल उन्हीं क्लासों में होगा जो उस ट्रेन में उपलब्ध हैं। सेकंड एसी का टिकट फर्स्ट एसी में अपग्रेड हो सकेगा।
रेलवे ने यह भी साफ किया है कि अपग्रेडेशन के लिए सभी खाली सीटों का उपयोग किया जाएगा। किसी भी क्लास में करंट बुकिंग के लिए सीटें रोककर नहीं रखी जाएंगी। भविष्य में अगर कोई नई क्लास शुरू होती है, तो उसमें भी किराए के आधार पर दो क्लास ऊपर तक अपग्रेडेशन किया जाएगा। मगर वरिष्ठ नागरिक और लोअर बर्थ कोटा में टिकट बुक कराने वाले यात्रियों को अपग्रेडेशन का विकल्प सोच-समझकर चुनना होगा। अगर वे अपग्रेडेशन चुनते हैं, तो उन्हें यह सूचना दी जाएगी कि ऊंची क्लास में लोअर बर्थ मिल भी सकती है और नहीं भी।