सिंगरौली जिले के सरई थाना क्षेत्र में पुष्पेंद्र शाह की हत्या का एक माह बाद भी खुलासा नहीं हुआ। डीएनए रिपोर्ट में पहचान की पुष्टि के बावजूद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। आक्रोशित परिजनों ने थाना गेट पर नर कंकाल रखकर विरोध किया।
By: Star News
Sep 06, 2025just now
हाइलाइट्स
सिंगरौली, स्टार समाचार वेब
सरई थाना क्षेत्र के गोरा गांव निवासी का फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट आने के बाद आक्रोशित परिजन थाना गेट पर नर कंकाल रखकर विरोध प्रदर्शन करते हुए धरना दिया है। परिजनों का आरोप है कि डीएनए की पुष्टि होने के बाद भी पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर रही है। बल्कि परिजनों को पुलिस की ओर से केवल आश्वासन देकर मामले को रफादफा करने में जुटी है। जिससे आरोपियों के हौसले बुलंद हैं। इस दौरान मौके पर थाने की पुलिस और सरई तहसीलदार परिजनों को समझाइश देने में जुटे रहे लेकिन देर शाम तक परिजन धरने पर बैठे रहे। उनकी मांग है कि आरोपियों की गिरफ्तारी करने के बाद ही धरना समाप्त करेंगे।
परिजनों के मुताबिक गत माह सात जुलाई को गोरा गांव निवासी पुष्पेन्द्र शाह अपने घर से करीब सौ मीटर दूर पाही वाले घर पर सोने गया था। जहां से वह लापता हो गया। लापता होने के दूसरे दिन करीब दो सौ मीटर दूरी पर युवक का चप्पल और मोबाइल पुलिस ने बरामद किया था। इसके बाद 19 जुलाई को रेत में दबा हुआ कंकाल मिला था लेकिन पहचान नहीं होने के कारण पुलिस ने फॉरेसिंक जांच के लिए रीवा भेजा था। फॉरेसिंक जांच में डीएनए की पुष्टि होने के बाद नर कंकाल को पुलिस ने शुक्रवार की तड़के सुबह नर कंकाल परिजनों को सौंप दिया। जिससे आक्रोशित परिजन नर कंकाल लेकर सरई थाना पहुंचे और गेट पर कंकाल को रखकर विरोध प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठे हैं। परिजनों की मांग है कि आरोपियों की गिरफ्तारी होने के बाद ही धरना समाप्त करेंगे। इस घटना में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से पुलिस की किरकिरी हो रही है।
पुलिस की ओर से मिलता रहा आश्वासन
परिजनों का आरोप है कि जब 7 जुलाई की रात पुष्पेन्द्र लापता हुआ तो हत्या की आशंका जताई गई थी लेकिन उस दौरान पुलिस ने युवक का सुराग मिलने की बात कहकर मामले को टाल दी। इसके बाद 19 जुलाई को रेत के गड्ढे में युवक का नर कंकाल बरामद हुआ और कपड़े से परिजनों ने उसकी पहचान कर संदेही आरोपियों का नाम होने का हवाला पुलिस ने दिया। अब उजागर किया तब डीएनए की पुष्टि डीएनए में पुष्टि होने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी करने की बजाय पुलिस जांच चलने का दलील दे रही है।
हत्यारों को पकड़ने लापरवाही
परिजनों का कहना है कि सब कुछ स्पष्ट होने के बावजूद पुलिस की ओर से आरोपियों को संरक्षण दिया जा रहा है। परिजनों ने गांव व आसपास के ही लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है और प्रेम-प्रसंग से मामले को जुड़ा हुआ बता रहे हैं। इसके बावजूद पुलिस इस पूरे घटनाक्रम में आरोपियों तक पहुंचने में देर कर रही है। परिजनों का कहना है कि आरोपी कहीं छिपे हों उन तक पहुंचने में पुलिस देर नहीं करती है लेकिन युवक की हत्या के मामले में पुलिस न जाने क्यों लापरवाही बरत रही है।