मध्य प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को सांसद खेल महोत्सव-2025 का शासकीय सुभाष एक्सीलेंस विद्यालय भोपाल में शुभारंभ किया। जहां सीएम ने युवाओं को खेल और फिटनेस के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव ऐतिहासिक है, क्योंकि इसमें बड़ी संख्या में युवाओं ने पंजीयन कराया है।
By: Arvind Mishra
Sep 24, 2025just now
भोपाल। स्टार समाचार वेब
मध्य प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को सांसद खेल महोत्सव-2025 का शासकीय सुभाष एक्सीलेंस विद्यालय भोपाल में शुभारंभ किया। जहां सीएम ने युवाओं को खेल और फिटनेस के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव ऐतिहासिक है, क्योंकि इसमें बड़ी संख्या में युवाओं ने पंजीयन कराया है। यह प्रदेश के लिए गर्व की बात है कि नई पीढ़ी खेलों के प्रति इतनी उत्साही है। सीएम ने कहा-भारत ऐसा देश है कि जब हम सीमा पर जाते हैं तो हमारी सेना दुश्मनों को पटकनी देती है, और जब खेल के मैदान में उतरते हैं तो हमारी टीमें दुनिया को मात देती हैं। अभी दो दिन पहले दुनिया ने देखा हमारे खिलाड़ी अभिषेक शर्मा ने क्या बढ़िया अभिषेक किया है। पाकिस्तान को ऐसा धोया है, आनंद ही आ गया। हमारी सेना हो या खिलाड़ी, पाकिस्तान को हमेशा धोने का ही काम करते हैं।
सीएम ने कहा कि आपसे यही कहूंगा कि खूब दूध पियो, खूब घी खाओ, खूब खेलो, आगे बढ़ो और चैंपियन बनो। सीएम ने स्वास्थ्य पर जोर देते हुए कहा-हमारा प्रदेश और देश दूध और दही की नदियां बहाने वाला है। ऐसे खानपान से ही मजबूत खिलाड़ी तैयार होते हैं।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने दावा किया कि प्रदेश खेलों में लगातार प्रगति कर रहा है। आज ऐसा कोई खेल नहीं है जिसमें मध्य प्रदेश के खिलाड़ी मौजूद न हों। कॉमनवेल्थ, एशियाई खेल और ओलंपिक हर जगह हमारे खिलाड़ी चमक बिखेर रहे हैं।
सीएम मोहन ने कहा-अब प्रदेश में स्पोर्ट्स टीचर को प्रमोशन मिलते हैं। स्पोर्ट्स टीचर के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर और कुलगुरु तक की संभावना खुली है। इसी प्रकार से खिलाड़ियों के लिए उनके जीवन में भी ऐसी कई संभावनाएं हैं। वह अच्छे से प्रतिस्पर्धा में भाग लें और सरकार उनकी पूरी चिंता कर रही है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि जब मलखम की प्रस्तुति चल रही थी तब हमारे मुख्यमंत्री चाह रहे थे कि काश में मंच पर नहीं ग्राउंड पर होता। जिससे अपनी प्रतिभा दिखा पता। हमारा राज्य खेलों के मामले में आगे बढ़ रहा है। जिस राज्य में खेल नहीं हैं, वह राज्य नशे की ओर बढ़ रहे हैं। वहां की युवा पीढ़ी गलत रास्ते पर चल गई। इसलिए खेल समाज के लिए बहुत जरूरी हैं। यह सभी उम्र और धर्म के को साथ लाने का काम करता है।