जम्मू-कश्मीर में तेज बारिश का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच डोडा में बादल फटने से तबाही देखने को मिल रही है। कई घरों के बहने और दबने की आशंका है। इस बीच सीएम उमर अब्दुल्ला ने एक आपात बैठक की। उन्होंने कहा कि हालात गंभीर है, खुद नजर बनाए हुए हैं।
By: Arvind Mishra
Aug 26, 20251:36 PM
जम्मू-कश्मीर में तेज बारिश का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच डोडा में बादल फटने से तबाही देखने को मिल रही है। कई घरों के बहने और दबने की आशंका है। इस बीच सीएम उमर अब्दुल्ला ने एक आपात बैठक की। उन्होंने कहा कि हालात गंभीर है, खुद नजर बनाए हुए हैं। दरअसल, जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के थाथरी उप-मंडल में बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचा दी है। इस प्राकृतिक आपदा के कारण 10 से ज्यादा मकान तबाह हो गए हैं, जिससे स्थानीय निवासियों के बीच दहशत का माहौल है। हालांकि,जम्मू-कश्मीर के डोडा और किश्तवाड़ में बादल फटने के कारण चार लोगों की मौत हो गई है। प्रभावित क्षेत्र में राहत और बचाव का काम तेजी से शुरू कर दिया गया है। गौरतलब है कि इससे पहले उत्तराखंड के धराली में बादल फटने की घटना से पूरे गांव में तबाही मच गई थी और पांच से ज्यादा लोगों ने जान गंवाई थी। इस हादसे में कई लोग लापता भी हो गए थे।
प्रशासन ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। ऐसे में राहत कार्य में भी बाधा आ सकती है। बादल फटने की घटना के बाद इलाके में सैलाब दिख रहा है, जिससे रास्ते में आने वाले पेड़ और मकानों को भारी नुकसान हुआ है। डोडा में बादल फटने के बाद कई घर पानी में बह चुके हैं और कुछ मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। स्थानीय लोगों के जीवनभर की कमाई प्रकृति के प्रकोप की भेंट चढ़ चुकी है। जिले के ऊपर हिस्से में तबाह हुए मकानों से स्थानीय लोग अपना कीमती सामान निकालकर किसी सुरक्षित स्थान पर जाने को मजबूर हैं।जम्मू-कश्मीर में 27 अगस्त को आयोजित होने वाली 10वीं और 11वीं क्लास की परिक्षाएं रद कर दी गई हैं। जल्द ही अलग से नई तारीखों की घोषणा की जाएगी।
भलेसा के चरवा इलाके में बाढ़ की सूचना है। हालांकि किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। प्रशासन स्थिति पर निगरानी बनाए हुए है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि उनके ऑफिस को लगातार अपडेट अपडेट दिया जा रहा है।
प्राकृतिक आपदा के कारण ऊधमपुर जिला के बसंतगढ़ के ललोन गला में बादल फटने की सूचना है। बसंतगढ़ लोदरा के बीच बग्गन इलाके में बहने वाले बग्गन नाले में बाढ़ आ गई है जिससे मवेशी चराने गए 8 लोग फंस गए हैं।
सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में पानी का तेज बहाव देखा जा सकता है। इलाके की नदियां उफान पर हैं और बाजारों तक में पानी घुस चुका है। ऐसे में कई रास्तों को बंद करना पड़ा है, ताकि किसी हादसे से बचा जा सके। प्रशासन ने आनन-फानन में प्रभावित इलाके से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करना भी शुरू कर दिया है।
रामबन इलाके में भारी भूस्खलन की वजह से जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे को बंद कर दिया गया है। भारी बारिश के साथ-साथ पूरे जम्मू में तेज हवाएं चल रही हैं और तवी नदी से आया सैलाब रिहायशी इलाकों में घुस रहा है। जम्मू में नदी किनारे बसे कई इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं। प्रशासन ने नुकसाने से बचने के लिए इन इलाकों को खाली करा लिया है।
उमर अब्दुल्ला ने कहा-जम्मू के कई हिस्सों में स्थिति काफी गंभीर है। मैं व्यक्तिगत रूप से हालात की निगरानी करने के लिए श्रीनगर से जम्मू जाने वाली अगली फ्लाइट से जाऊंगा। इस बीच आपातकालीन बहाली कार्य और अन्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उपायुक्तों को अतिरिक्त धनराशि उपलब्ध कराने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
वहीं केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और उधमपुर से भाजपा के सांसद जितेंद्र सिंह ने कहा-अभी-अभी डोडा के डीसी हरविंदर सिंह से बात की। उनके अनुसार, भलेसा के चरवा इलाके में अचानक बाढ़ आने की सूचना मिली है। प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।