अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में मीडिया में चल एक खबर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। दरअसल, जब उनसे ईरान के साथ अमेरिका की 30 अरब डॉलर की डील को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसे फर्जी खबर करार दिया है।
By: Sandeep malviya
Jun 29, 20253 hours ago
वॉशिंगटन । अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में मीडिया में चल एक खबर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। दरअसल, जब उनसे ईरान के साथ अमेरिका की 30 अरब डॉलर की डील को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसे फर्जी खबर करार दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन अटकलों को खारिज कर दिया, जिनमें दावा किया जा रहा था कि उनका देश ईरान के साथ असैन्य परमाणु सुविधा विकसित करने के लिए 30 अरब डॉलर के समझौते पर विचार कर रहा है। ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, कौन यह कह रहा है कि राष्ट्रपति ट्रंप ईरान को असैन्य परमाणु सुविधाएं बनाने के लिए 30 अरब डॉलर देना चाहते हैं। इस हास्यास्पद विचार के बारे में कभी नहीं सुना। यह सिर्फ एक और धोखा है, जिसे फेक न्यूज ने नीचा दिखाने के लिए फैलाया है। ये लोग बीमार हैं!
ट्रंप ने दोहराई ईरान पर अमेरिकी हमले की कहानी
अमेरिकी राष्ट्रपति ने स्थानीय समयानुसार शुक्रवार को दोहराया कि कैसे ईरान में परमाणु स्थलों को नष्ट कर दिया गया। उन्होंने कहा कि ईरान को वैश्विक व्यवस्था में लौटना होगा, अन्यथा उसके लिए हालात और बदतर हो सकते हैं। ट्रंप ने कहा, युद्धग्रस्त ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामनेई ने क्यों कहा कि उनका देश युद्ध जीत गया है, जबकि वह जानते हैं कि सच्चाई क्या है। यह सच नहीं है।
ईरान एक महीने के भीतर कर सकता है परमाणु का संवर्धन- आईएईए
संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था आईएईए के प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने रविवार को कहा कि ईरान कुछ महीनों में संवर्धित यूरेनियम का उत्पादन कर सकता है। इससे इस बात पर संदेह पैदा हो गया है कि तेहरान के परमाणु कार्यक्रम को नष्ट करने के लिए अमेरिकी हमले कितने प्रभावी रहे हैं। ग्रॉसी ने सीबीएस न्यूज को कहा, उनके पास जो क्षमताएं हैं, उन्हें आप जानते हैं। मैं कहूंगा कि कुछ ही महीनों में या उससे भी कम समय में वे संवर्धित यूरेनियम का उत्पादन कर सकते हैं। ...सच कहूं तो कोई यह दावा नहीं कर सकता कि सब कुछ खत्म हो गया और वहां कुछ नहीं बचा।
एविन जेल पर इस्राइली हमले में मारे गए थे 71 लोग
ईरान की न्यायपालिका ने कहा कि तेहरान की एविन जेल पर गत सोमवार को इस्राइली हमले में कम से कम 71 लोग मारे गए थे। इस जेल में कई राजनीतिक कार्यकतार्ओं को रखा गया है। सरकारी समाचार एजेंसी मिजान की वेबसाइट पर रविवार को प्रसारित रिपोर्ट में न्यायपालिका के प्रवक्ता असगर जहांगीर ने कहा कि मारे गए लोगों में कर्मचारी, सैनिक, कैदी व मिलने आए परिवारों के सदस्य शामिल हैं।
इस्राइल-ईरान तनाव के बीच सिंगापुर ने सुरक्षा बढ़ाई
इस्राइल व ईरान के बीच हालिया तनाव को देखते हुए सिंगापुर ने अपनी सुरक्षा बढ़ा दी है। चीनी भाषा के दैनिक लियानहे जाओबाओ ने सिंगापुर के गृह मंत्री के. शनमुगम के हवाले से कहा, आप उम्मीद कर सकते हैं कि इस क्षेत्र के लोग या यहां तक कि चरमपंथी संगठनों के अन्य लोग, इस्राइली, अमेरिकी या अन्य पश्चिमी देशों की संपत्तियों के खिलाफ एक मुद्दा बनाना चाहेंगे और मुस्लिम संपत्तियों पर धुर दक्षिणपंथियों की ओर से भी हमले हो सकते हैं। सिंगापुर अलग-अलग परिदृश्यों पर काम कर रहा है क्योंकि आप कभी भी पूरी तरह से आश्वस्त नहीं हो सकते। सुरक्षा एक संयुक्त जिम्मेदारी है और सरकार एसजीसिक्योर (सिंगापुर सुरक्षा) कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रही है।