रविवार की सुबह कोरल सागर में 6.0 तीव्रता का तेज भूकंप महसूस किया गया। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, यह झटका सुबह 4.58 बजे दर्ज किया गया। भूकंप का केंद्र अक्षांश 12.34 दक्षिण और देशांतर 166.46 पूर्व पर था, जिसकी गहराई केवल 10 किलोमीटर बताई गई है।
By: Arvind Mishra
Oct 26, 2025just now
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
रविवार की सुबह कोरल सागर में 6.0 तीव्रता का तेज भूकंप महसूस किया गया। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, यह झटका सुबह 4.58 बजे दर्ज किया गया। भूकंप का केंद्र अक्षांश 12.34 दक्षिण और देशांतर 166.46 पूर्व पर था, जिसकी गहराई केवल 10 किलोमीटर बताई गई है। यह स्थान वानुआतु की राजधानी पोर्ट विला से लगभग 643 किमी उत्तर-उत्तर पश्चिम में है। फिलहाल किसी तरह के नुकसान या जनहानि की खबर नहीं मिली है। स्थानीय प्रशासन और भूकंप निगरानी एजेंसियां स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, सतह के पास आने वाले भूकंप ज्यादा खतरनाक होते हैं, क्योंकि इनके झटके जमीन तक ज्यादा ताकत के साथ पहुंचते हैं जिससे इमारतों को नुकसान और जनहानि का खतरा बढ़ जाता है।
अमेरिकी संस्था के अनुसार, सोलोमन और वानुआतु द्वीप उस क्षेत्र में हैं जहां इंडो-आस्ट्रेलियाई प्लेट प्रशांत प्लेट के नीचे खिसक रही है। यह इलाका बेहद भूकंपीय रूप से सक्रिय मानाता जाता है, जहां बड़े भूकंप अक्सर आते रहते हैं। यह इलाका कई छोटे-छोटे माइक्रोप्लेट्स के बीच स्थित है, जो बड़ी टेक्टॉनिक प्लेटों के बीच फंसे हुए हैं।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, रविवार तड़के म्यांमार में भी 3.0 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया। भूकंप विज्ञानियोंके अनुसार, यह भूकंप 10 किमी की उथली गहराई पर आया, जिससे आफ्टरशॉक की संभावना बढ़ जाती है। इससे पहले, 16 अक्टूबर को म्यांमार में भी 3.7 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था।
इधर, जापान में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटके उत्तरी जापान के पूर्वी होक्काइडो में महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टल पैमाने पर 5.9 रही। हालांकि, हालांकि, भूकंप से अभी तक किसी भी जानमाल की हानि की खबर नहीं मिली है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार, भूकंप का केंद्र नेमुरो प्रायद्वीप के दक्षिण-पूर्व में लगभग 40 किलोमीटर की गहराई पर था। भूकंप के कारण कुछ लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए।