भारत चुनाव आयोग ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर बड़ा फैसला लिया है। आयोग ने फैसला लिया है कि बिहार की तर्ज पर अब देशभर में एसआईआर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। आयोग ने फैसला लिया है कि पूरे देश में एसआईआर शुरू किया जाएगा ताकि मतदाता सूचियों की निष्पक्षता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के अपने संवैधानिक दायित्व का निर्वहन कर सकें।
By: Arvind Mishra
भारत चुनाव आयोग ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर बड़ा फैसला लिया है। आयोग ने फैसला लिया है कि बिहार की तर्ज पर अब देशभर में एसआईआर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। आयोग ने फैसला लिया है कि पूरे देश में एसआईआर शुरू किया जाएगा ताकि मतदाता सूचियों की निष्पक्षता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के अपने संवैधानिक दायित्व का निर्वहन कर सकें। दरअसल, चुनाव आयोग ने बिहार के बाद अब पूरे देश की वोटर लिस्ट का विशेष गहन पुनरीक्षण कराने की बात सामने रखी है। मतदाता सूचियों के एसआईआर पर अपने 24 जून के आदेश में चुनाव आयोग ने कहा- आयोग ने वोटर लिस्ट की अखंडता की रक्षा के लिए अपने संवैधानिक जनादेश के लिए अब पूरे देश में विशेष गहन पुनरीक्षण शुरू करने का निर्णय लिया है। देश के बाकी हिस्सों में एसआईआर के लिए शेड्यूल यथासमय जारी किया जाएगा।
चुनाव आयोग का कहना है कि वोटर लिस्ट को पारदर्शी बनाने के लिए समय-समय पर उसका पुनरीक्षण करना जरूरी होता है। अयोग्य व्यक्तियों को हटाकर चुनाव की शुचिता को बढ़ाता है। आयोग ने बीते दिन एसआईआर पर हो रहे विरोध पर जवाब देते हुए इसका महत्व समझाया था।
आयोग ने कहा-भारत का संविधान भारतीय लोकतंत्र की जननी है, तो क्या इन बातों से डरकर, आयोग को कुछ लोगों के बहकावे में आकर, संविधान के खिलाफ जाकर, पहले बिहार में, फिर पूरे देश में, मृतक मतदाताओं, स्थायी रूप से पलायन कर चुके मतदाताओं, दो स्थानों पर वोट दर्ज कराने वाले मतदाताओं, फर्जी मतदाताओं या विदेशी मतदाताओं के नाम पर फर्जी वोट डालने का रास्ता बनाना चाहिए।