बेटिंग एप केस में दुनिया की दो बड़ी कंपनियों पर भारतीय जांच एजेंसी ने शिकंजा कस दिया है। इस केस में गूगल और मेटा पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें पूछताछ के लिए तलब किया गया है।
By: Arvind Mishra
Jul 19, 202514 hours ago
बेटिंग एप केस में दुनिया की दो बड़ी कंपनियों पर भारतीय जांच एजेंसी ने शिकंजा कस दिया है। इस केस में गूगल और मेटा पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें पूछताछ के लिए तलब किया गया है।दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय ने ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप से जुड़े केसों की जांच के सिलसिले में गूगल और मेटा को नोटिस जारी किया है। ईडी का आरोप है कि इन दोनों कंपनियों ने सट्टेबाजी ऐप्स को बढ़ावा देने का काम किया और उनके विज्ञापनों व वेबसाइट्स को अपनी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर प्रमुखता दी। ईडी का यह कदम दिखाता है कि जांच अब और बड़े स्तर पर हो रही है। इससे पहले भी कई फिल्मी सितारे और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अवैध सट्टेबाजी ऐप्स का प्रचार करने के मामले में जांच के घेरे में आ चुके हैं।
गूगल और मेटा पर यह आरोप है कि उन्होंने इन बेटिंग ऐप्स को प्रमोट किया और ऑनलाइन सट्टेबाजी के एक विज्ञापन और वेबसाइट्स को अपने प्लेटफॉर्म से प्रमुख रूप से स्थान दिया। अब एऊ ने दोनों कंपनियों के प्रतिनिधियों को 21 जुलाई को पूछताछ के लिए तलब किया है।
यह पहली बार है जब भारत में काम कर रही किसी बड़ी टेक कंपनी को सट्टेबाजी जैसे मामलों में सीधे तौर पर जवाबदेह ठहराया जा रहा है। ईडी की यह कार्रवाई ऑनलाइन सट्टेबाजी के खिलाफ चल रहे व्यापक अभियान का हिस्सा है, जिसमें कई बड़े नामों और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की भूमिका की जांच की जा रही है।
ईडी ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स के एक बड़े नेटवर्क की बारीकी से जांच कर रही है। इनमें से कई ऐप्स खुद को स्किल बेस्ड गेम बताकर असल में अवैध सट्टेबाजी में लिप्त हैं। माना जा रहा है कि इन प्लेटफॉर्म्स के जरिए करोड़ों रुपए की काली कमाई की गई है, जिसे पकड़ से बचाने के लिए जटिल हवाला चैनलों के जरिए इधर-उधर भेजा गया।
पिछले हफ्ते ईडी ने 29 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया, जिनमें मशहूर अभिनेता, टीवी होस्ट और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर शामिल हैं। इन पर आरोप है कि इन्होंने अवैध सट्टेबाजी ऐप्स का प्रचार किया। जिन सेलिब्रिटीज के नाम ईडी की प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट में दर्ज हैं, उनमें प्रकाश राज, राणा दग्गुबाती और विजय देवरकोंडा जैसे बड़े नाम शामिल हैं। इन लोगों को ऐप का प्रचार करने के बदले में भारी रकम दी गई थी।