प्रदेश में संभागीय स्तर पर वन्य प्राणियों के उपचार और देखरेख के लिए रेस्क्यू सेंटर खोले जाने की तैयारी के बीच सीएम गुजरात के जामनगर पहुंचे। जहां सीएम ने अंबानी ग्रुप का वनतारा वन्य जीव केंद्र का निरीक्षण कर हर जरूरी जानकारी हासिल की।
By: Star News
Jun 11, 20252:54 PM
भोपाल। मध्यप्रदेश में बढ़ रही वन्यजीवों की संख्या को ध्यान में रखते हुए रेस्क्यू सेंटर की भी आवश्यकता बढ़ रही है। हम मप्र के हर संभाग में वन्यजीवों के लिए रेस्क्यू सेंटर खोलने की योजना पर काम कर रहे हैं। यह बात सीएम डॉ. मोहन यादव ने कही। दरअसल, बुधवार को प्रदेश में संभागीय स्तर पर वन्य प्राणियों के उपचार और देखरेख के लिए रेस्क्यू सेंटर खोले जाने की तैयारी के बीच सीएम गुजरात के जामनगर पहुंचे। जहां सीएम ने अंबानी ग्रुप का वनतारा वन्य जीव केंद्र का निरीक्षण कर हर जरूरी जानकारी हासिल की। वहीं संवाददाताओं से चर्चा के दौरान सीएम ने कहा कि देश के सर्वश्रेष्ठ वन्य प्राणी रेस्क्यू सेंटर गुजरात के जामनगर में है, जिसका अध्ययन एमपी के वन अफसरों की टीम ने किया है। ऐसे में मैं खुद भी इसकी जानकारी लेने के लिए जामनगर आया हूं। यहां वन्यजीवों की सुरक्षा प्रबंधों की जानकारी लेकर राज्य सरकार भी इसके लिए काम करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में वन क्षेत्र अन्य राज्यों की अपेक्षा ज्यादा है। टाइगर, तेंदुए, गिद्ध देश में सबसे ज्यादा एमपी में हैं। अब तो किंग कोबरा भी आ गया है। इन सबको सुरक्षित रखने के लिए रेस्क्यू सेंटर की जरूरत है। चीते भी हैं, जिनका ध्यान रखना होता है।
सीएम ने कहा कि रेस्क्यू सेंटर संभाग स्तर पर होना चाहिए। अभी सिर्फ भोपाल में वन विहार में रेस्क्यू सेंटर हैं। प्रदेश में पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है तो जू भी बढ़ना चाहिए। पिछले बजट में दो जू की घोषणा की गई थी। इस मामले में कुछ नए फैसले पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। वन्य प्राणियों की जागरूकता के साथ उनकी देख रेख पर भी सरकार फोकस कर रही है।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि वन्य प्राणियों के लिए देश का सर्वश्रेष्ठ रेस्क्यू सेंटर गुजरात में है, जिसे मैं ने भी देख लिया है। पहले वन विभाग की टीम यहां विजिट कर चुकी है। मप्र में इसके आधार पर क्या विकास हो सकता है, इस पर ध्यान दे रहे हैं। वन्य जीवों से संबंधित वन चिकित्सक भी काम करें। इसके लिए विश्वविद्यालयों में वेटरनरी हास्पिटल और वेटरनरी कोर्स शुरू करने के लिए काम करने जा रहे हैं। इसको लेकर कुछ नए फैसले भी करने वाले हैं।
सीएम ने कहा कि मप्र में सभी प्रकार के वन्य जीव मौजूद हैं। मगर, घड़ियाल भी काफी संख्या में हैं। कूनो के बाद चीते गांधी सागर में छोड़ने के लिए पार्क डेवलप किया जा रहा है। इनकी सुरक्षा के लिए रेस्क्यू सेंटर की जरूरत है। वन्य जीवों की आबोहवा में बदलाव की स्थिति न बने। इसलिए रेस्क्यू सेंटर आस-पास के इलाकों में बनाने पर फोकस किया जा रहा है।