मध्य प्रदेश के हरदा में करणी सेना और पुलिस के बीच जबरदस्त टकराव हुआ। राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर सहित 50 से ज्यादा कार्यकर्ता गिरफ्तार। जानें चक्काजाम, वाटर कैनन और आंसू गैस के इस्तेमाल की पूरी घटना और क्यों भड़का गुस्सा।
By: Star News
Jul 13, 20252 hours ago
हरदा. स्टार समाचार वेब.
मध्य प्रदेश के हरदा जिले में रविवार को करणी सेना के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच उस समय तनाव बढ़ गया, जब संगठन के नेताओं की हालिया गिरफ्तारी के विरोध में कार्यकर्ताओं ने चक्काजाम कर दिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को वाटर कैनन और आंसू गैस का उपयोग करना पड़ा। इस दौरान करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर सहित 50 से अधिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया।
विवाद की वजह:धोखाधड़ी का मामला
यह पूरा घटनाक्रम एक पुराने मामले से जुड़ा है, जिसमें करणी सेना के पदाधिकारी आशीष राजपूत ने 18 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए विकास लोधी, मोहित वर्मा और उमेश तपानिया के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने इस मामले में मोहित वर्मा को गिरफ्तार किया था। शनिवार को जब पुलिस आरोपी को अदालत में पेश करने ले जा रही थी, तब लगभग 40 करणी सेना कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया और आरोपी को उन्हें सौंपने की मांग की। इस दौरान पुलिस ने करणी सेना के जिलाध्यक्ष सुनील राजपूत और आशीष राजपूत सहित चार लोगों को हिरासत में ले लिया, जिसके बाद रविवार को विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया।
बायपास पर प्रदर्शन और पुलिस की कार्रवाई
शनिवार देर शाम से ही करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने हरदा बायपास रोड पर स्थित हनुमान मंदिर के सामने चक्काजाम कर दिया था। उनकी मुख्य मांग गिरफ्तार कार्यकर्ताओं की रिहाई थी। प्रशासन द्वारा बार-बार अपील किए जाने के बावजूद जब प्रदर्शनकारी नहीं माने, तो रविवार सुबह पुलिस ने पहले वाटर कैनन का इस्तेमाल किया, फिर आंसू गैस के गोले छोड़े और अंततः लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया।
प्रशासन का बयान
प्रदर्शनकारियों को पहले शांतिपूर्ण ढंग से समझाने का प्रयास किया गया था, लेकिन उनके सहयोग न करने पर पुलिस को सख्ती करनी पड़ी। उन्होंने पुष्टि की कि अब स्थिति नियंत्रण में है, हालांकि क्षेत्र में अभी भी तनाव बना हुआ है।
सिद्धार्थ जैन, कलेक्टर हरदा
समाज का एकजुट प्रदर्शन
गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को महाराणा प्रताप कॉलोनी स्थित राजपूत छात्रावास में बनाई गई अस्थाई जेल में रखा गया है। बड़ी संख्या में राजपूत समाज और अन्य सामाजिक संगठनों के लोग छात्रावास परिसर में जमा हो गए हैं। स्थानीय विधायक डॉ. आर. के. दोगने भी मौके पर मौजूद हैं और प्रशासन से बातचीत कर रहे हैं। एडीएम सतीश राय, एसडीएम कुमार शानू देवड़िया और एएसपी आरडी प्रजापति भी स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं।
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
हरदा में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए नर्मदापुरम, बैतूल, सीहोर, देवास और खंडवा से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया है। कुल मिलाकर 300 से अधिक पुलिसकर्मी शहर में तैनात किए गए हैं। पुलिस लगातार गश्त कर रही है और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सख्ती बरती जा रही है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
करणी सेना के आरोप
करणी सेना का कहना है कि उनके नेताओं की गिरफ्तारी बिना किसी वैध कारण के की गई है और इसे राजपूत समाज का अपमान बताया जा रहा है। संगठन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि जिला प्रशासन जानबूझकर उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहा है और उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है।