मैराथन धावक फौजा सिंह को टक्कर मारने वाले फॉर्च्यूनर चालक अमृतपाल सिंह ढिल्लों निवासी करतारपुर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने गाड़ी भी बरामद कर ली है। आरोपी ने कबूल किया है कि हादसे के समय गाड़ी में अकेला था और भोगपुर से किशनगढ़ की तरफ जा रहा था।
By: Arvind Mishra
Jul 16, 20256 hours ago
मैराथन धावक फौजा सिंह को टक्कर मारने वाले फॉर्च्यूनर चालक अमृतपाल सिंह ढिल्लों निवासी करतारपुर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने गाड़ी भी बरामद कर ली है। आरोपी ने कबूल किया है कि हादसे के समय गाड़ी में अकेला था और भोगपुर से किशनगढ़ की तरफ जा रहा था। सीसीटीवी फुटेज में भी गाड़ी कैद हो गई थी, जिसके आधार पर जांच कर पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस की जांच में सामने आया था कि फॉर्च्यूनर (पीबी20-सी-7100) बलाचौर शहर के हरप्रीत के नाम पर रजिस्टर है। दरअसल, 114 वर्षीय मैराथन रनर फौजा सिंह से जुड़े हिट एंड रन मामले को देहात पुलिस ने महज 30 घंटे के भीतर सुलझा लिया है। मंगलवार देर रात पुलिस ने 30 वर्षीय एनआरआई अमृतपाल सिंह ढिल्लों को गिरफ्तार कर लिया और वारदात में इस्तेमाल की गई फॉर्च्यूनरभी बरामद कर ली है।
अमृतपाल को थाने लाकर पूछताछ की गई जिसमें उसने अपना जुर्म कबूल किया। आरोपी ने बताया कि वह मुकेरिया से फोन बेचकर लौट रहा था, और जब वह ब्यास पिंड के पास पहुंचा तो एक बुजुर्ग उसकी गाड़ी की चपेट में आ गए। उसे नहीं पता था कि वो बुजुर्ग फौजा सिंह हैं। जब देर रात मीडिया में खबरें आईं, तब उसे इस हादसे की गंभीरता का एहसास हुआ।
आरोपी अमृतपाल सिंह ढिल्लों जालंधर के करतारपुर के दासूपुर गांव का निवासी है। हादसे के बाद वह जालंधर नहीं आया, बल्कि गांव-गांव होते हुए सीधा करतारपुर पहुंच गया। पुलिस ने उसके करतारपुर स्थित घर से उसे गिरफ्तार किया।
एसएसपी हरविंदर सिंह विर्क के निर्देश पर बनाई गई पुलिस टीम ने पहले संदिग्ध गाड़ियों की सूची तैयार की। जांच में सामने आया कि यह गाड़ी कपूरथला के अठौली गांव के वरिंदर सिंह के नाम पर रजिस्टर्ड थी। वरिंदर ने बताया कि उसने यह गाड़ी एनआरआई अमृतपाल सिंह को बेची थी। अमृतपाल हाल ही में कनाडा से लौटा था।
पुलिस अब आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी ताकि आगे की जांच की जा सके। पुलिस अब यह भी पता लगाने में जुटी है कि क्या घटना के वक्त गाड़ी तेज रफ्तार में थी या लापरवाही से चलाई जा रही थी। आरोपी की गिरफ्तारी और गाड़ी की बरामदगी से केस में बड़ा खुलासा हुआ है और पुलिस इसे अपनी बड़ी कामयाबी मान रही है।