प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात की। मन की बात के 124वें एपिसोड में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। पीएम ने साइंस से लेकर आत्मनिर्भर भारत और आजादी की लड़ाई से लेकर देशभर के किलों की बात की। इसके अलावा भी कई अहम बातें देश के सामने रखीं। शुरुआत में पीएम मोदी ने शुभांशु शुक्ला और स्पेस के बारे में बात की।
By: Arvind Mishra
Jul 27, 20251 hour ago
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात की। मन की बात के 124वें एपिसोड में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। पीएम ने साइंस से लेकर आत्मनिर्भर भारत और आजादी की लड़ाई से लेकर देशभर के किलों की बात की। इसके अलावा भी कई अहम बातें देश के सामने रखीं। शुरुआत में पीएम मोदी ने शुभांशु शुक्ला और स्पेस के बारे में बात की। उन्होंने कहा-जैसे ही गगनयात्री शुभांशु शुक्ला धरती पर उतरे, लोग उछल पड़े। हर दिल में खुशी की लहर दौड़ गई। पूरा देश गर्व से भर गया। इससे साइंस-स्पेस को लेकर बच्चों में नई जिज्ञासा जागी है। अब छोटे-छोटे बच्चे कहते हैं कि हम भी स्पेस में जाएंगे। हम भी चांद पर उतरेंगे। स्पेस साइंटिस्ट बनेंगे। मुझे याद है जब अगस्त 2023 चंद्रयान की सफल लैंडिंग हुई थी। तब देश में एक नया माहौल बना था। मोदी ने कहा कि यूनेस्को ने 12 मराठा किलों को वर्ल्ड हेरिटेज के रूप में मान्यता दी है। ग्यारह किले महाराष्ट्र में, एक किला तमिलनाडु में। हर किले से इतिहास का एक-एक पन्ना जुड़ा है। हर पत्थर, एक ऐतिहासिक घटना का गवाह है। सल्हेर का किला, जहां मुगलों की हार हुई। शिवनेरी, जहां छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म हुआ। किला ऐसा जिसे दुश्मन भेद न सके। खानदेरी का किला, समुद्र के बीच बना अद्भुत किला है। दुश्मन उन्हें रोकना चाहते थे लेकिन शिवाजी महाराज ने असंभव को संभव करके दिखा दिया।
12 अगस्त 1908 में बिहार का मुजफ्फरपुर शहर में हर गली, हर चौराहा, हर हलचल उस समय जैसे थमी हुई थी। लोगों की आंखों में आंसू थे, लेकिन दिलों में ज्वाला थी। लोगों ने जेल को घेर रखा था, जहां एक 18 साल का युवक, अंग्रेजों के खिलाफ अपना देश-प्रेम व्यक्त करने की कीमत चुका रहा था। जेल के अंदर अंग्रेज अफसर एक युवा को फांसी देने की तैयारी कर रहे थे। उस युवा के चेहरे पर भय नहीं था, बल्कि गर्व से भरा हुआ था। वो गर्व, जो देश के लिए मर-मिटने वालों को होता है। वो वीर, वो साहसी युवा थे, खुदीराम बोस। सिर्फ 18 साल की उम्र में उन्होंने वो साहस दिखाया, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया।