इस्राइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी दी कि ईरान को इस्राइल के नागरिकों पर हमले की बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
By: Sandeep malviya
Jun 15, 20253 hours ago
यरूशलम। इस्राइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी दी कि ईरान को इस्राइल के नागरिकों पर हमले की बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। नेतन्याहू ने यह बयान उस समय दिया, जब वह रविवार की सुबह तेल अवीव के पास बट याम शहर पहुंचे, जहां ईरान ने मिसाइल से हमले किए थे। इस हमले में सात लोग मारे गए और दर्जनों अन्य घायल हुए।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने नेतन्याहू के हवाले से बयान में कहा, ईरान ने जानबूझकर नागरिकों, महिलाओं और बच्चों की हत्या की है। इसके लिए उसे बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे और उन्हें भारी ताकत से जवाब देंगे। इस्राइल ने शुक्रवार को आॅपरेशन राइजिंग लायन शुरू किया, जिसका मकसद ईरान के परमाणु, मिसाइल और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाना था। इसके जवाब में ईरान ने इस्राइल पर मिसाइल हमले किए, जिनमें कुछ मिसाइलें मध्य इस्राइल की इमारतों से टकराईं।
एक अलग घटना में, इस्राइल के उत्तरी अरब कस्बे तामरा में चार लोगों की मौत हुई। इसके साथ ही आॅपरेशन शुरू होने के बाद से मरने वालों की कुल संख्या 14 हो गई है। इस्राइल का कहना है कि यह अभियान ईरान को परमाणु क्षमता हासिल करने से रोकने और उसके मिसाइल विकास कार्यक्रम को नाकाम करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। शहर रहोवोत पर हुए हमले में दर्जनों लोग घायल हुए, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ। नेतन्याहू ने कहा, हम यहां इसलिए हैं क्योंकि हम अस्तित्व के संकट में हैं और अब यह हर इस्राइली को समझ में आ गया है। सोचिए कि अगर ईरान के पास परमाणु हथियार होते तो वह इस्राइल के शहरों पर गिरा सका था, तो क्या होता। सोचिए कि अगर ईरान के पास इस तरह की 20 हजार मिसाइलें होतीं, एक नहीं बल्कि 20 हजार। यह इस्राइल के अस्तित्व के लिए एक खतरा है। इसलिए हमने इस विनाश के खतरे के खिलाफ एक मुक्ति युद्ध शुरू किया है और हम इसे ताकत के साथ कर रहे हैं। हमारे सैनिक, पायलट ईरान के आसमान के ऊपर हैं। उन्होंने नागरिकों को सलाह दी कि ईरानी मिसाइल हमलों के दौरान होम फ्रंट कमांड (इस्राइली सेना की इकाई) के निदेर्शों का पालन करें।