जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में पिछले नौ दिनों से सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ सैन्य अभियान चलाया हुआ है। कुलगाम में रात भर हुई गोलीबारी में दो जवान शहीद हो गए हैं। जबकि दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए हैं।
By: Arvind Mishra
Aug 09, 2025just now
श्रीनगर। स्टार समाचार वेब
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में पिछले नौ दिनों से सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ सैन्य अभियान चलाया हुआ है। कुलगाम में रात भर हुई गोलीबारी में दो जवान शहीद हो गए हैं। जबकि दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए हैं। कुलगाम में ऑपरेशन अखल को लेकर भारतीय सेना की चिनार कोर ने एक्स पर पोस्ट किया, चिनार कोर राष्ट्र के लिए कर्तव्य निभाते हुए वीरों, लेफ्टिनेंट कर्नल प्रितपाल सिंह और सिपाही हरमिंदर सिंह के सर्वोच्च बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करता है। उनका साहस और समर्पण हमें सदैव प्रेरित करता रहेगा। भारतीय सेना गहरी संवेदना व्यक्त करती है और शोक संतप्त परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त करती है। दरअसल, जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के अखाल इलाके में आतंकियों के साथ मुठभेड़ का शनिवार को नौवां दिन है। बीती रात भर इलाके में जोरदार धमाकों और गोलीबारी की आवाजें गूंजती रहीं। इस दौरान सेना के दो जवान शहीद हो गए, जबकि पिछली रात की गोलीबारी में दो अन्य जवान घायल हुए हैं।
अब तक मुठभेड़ में एक आतंकी का शव बरामद हुआ है, जबकि कुल मिलाकर दो जवान शहीद और दस जवान घायल हो चुके हैं। घने जंगल और प्राकृतिक गुफा जैसे ठिकानों का फायदा उठाकर कम से कम तीन या उससे ज्यादा आतंकी अब भी छिपे हुए हैं। यह मुठभेड़ पिछले कई दशकों में सबसे लंबा चला रहा आतंक विरोधी अभियान बन गया है।
भारतीय सुरक्षाबलों ने 1 अगस्त को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों की तलाश में ऑपरेशन अखल शुरू किया था। यह कार्रवाई इलाके में आतंकियों के छिपे होने की खुफिया जानकारी मिलने के बाद शुरू हुई थी। माना जा रहा है कि यहां 2 से 3 आतंकी छिपे हो सकते हैं। भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स के अनुसार, सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने दक्षिण कश्मीर के जंगल क्षेत्र में आतंकियों की मौजूदगी के इनपुट के आधार पर घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया।
अधिकारियों ने अखल के निवासियों को घरों में ही रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने की सलाह दी है। लंबे समय से चल रहे अभियान के बीच नागरिकों की चिंताओं को देखते हुए आपातकालीन संपर्क और सहायता के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। मदद के लिए आम नागरिक डीएसपी डीएआर (डीपीएल कुलगाम) 9419042364, 7051510656; तहसीलदार देवसर 9797144203; एसएचओ पुलिस स्टेशन देवसर 9682196481, 7051510664; नायब-तहसीलदार अखल 7006743818; एसआई अर्शीद अहमद 7006613287 और एमएचसी देवसर 9906525978 नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं।
सुरक्षाबलों ने जिन 14 आतंकियों की लिस्ट जारी की थी, उनमें से अब तक 7 मारे जा चुके हैं। हारिस नजीर को छोड़कर, बाकी के 6 आतंकी मई में शोपियां और पुलवामा में एनकाउंटर के दौरान मारे गए थे। शोपियां में 13 मई को ढेर किए गए आतंकियों के नाम शाहिद कुट्टे, अदनान शाफी, अहसान उल हक शेख थे। 15 मई को पुलवामा एनकाउंटर में आमिर नजीर वानी, यावर अहमद भट और आसिफ अहमद शेख मारा गया था।