भोपाल में 'लव जिहाद' और 'ड्रग तस्करी' जैसे गंभीर आरोपों से घिरे शारिक मछली के खिलाफ पुलिस ने 2016 के एक पुराने हमला मामले में पूरक चालान पेश करने की तैयारी शुरू कर दी है। जानें कैसे तत्कालीन थाना प्रभारी (टीआई) ने आरोपी को क्लीन चिट दी थी और अब पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर क्या कार्रवाई हो रही है।
By: Ajay Tiwari
Sep 05, 202553 minutes ago
भोपाल: स्टार समाचार वेब
लव जिहाद, ड्रग तस्करी, अपहरण और जमीनों पर अवैध कब्जे जैसे गंभीर आरोपों से घिरे कुख्यात बदमाश शारिक मछली पर बुलडोजर कार्रवाई के बाद अब कानूनी शिकंजा कसना शुरू हो गया है। भोपाल पुलिस अशोका गार्डन थाने में 2016 में दर्ज धारदार हथियार से हमला कर घायल करने के एक पुराने मामले में उसके खिलाफ पूरक चालान पेश करने की तैयारी कर रही है।
सबसे चौंकाने वाला मोड़ यह है कि इस केस की जांच के दौरान शारिक को क्लीन चिट देने वाले तत्कालीन थाना प्रभारी (टीआई) अनूप उड़के को भी नोटिस जारी किया गया है।
2016 का हमला मामला
यह मामला अशोका गार्डन निवासी राजेश तिवारी की शिकायत पर 1 अक्टूबर 2016 को दर्ज किया गया था। तिवारी ने आरोप लगाया था कि 30 सितंबर की रात पुल बोगदा से लौटते समय उनकी कार को एक्टिवा सवार युवकों ने टक्कर मारी। इसके बाद शारिक मछली, तारिक मछली और उनके दो साथियों ने उनके साथ गंभीर मारपीट की और धारदार हथियार से हमला कर उन्हें घायल कर दिया।
शिकायत के बावजूद, अशोका गार्डन पुलिस ने दो साल तक चालान पेश नहीं किया। जब चालान पेश हुआ, तो मुख्य आरोपी शारिक और तारिक मछली का नाम हटा दिया गया था। चालान केवल दो अन्य आरोपियों के खिलाफ पेश हुआ, जो पिछले आठ वर्षों से पेशी पर नहीं गए।
शिकायतकर्ता राजेश तिवारी का कहना है कि तत्कालीन टीआई अनूप उइके ने अपनी जांच रिपोर्ट में यह लिखकर शारिक और तारिक को क्लीन चिट दे दी थी कि घटना के समय दोनों आरोपी मौके पर मौजूद नहीं थे। तिवारी का दावा है कि मारपीट शारिक ने ही की थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा ने इस केस की दोबारा जांच के आदेश दिए हैं। कमिश्नर के आदेश पर अब शारिक और तारिक मछली के खिलाफ पूरक चालान पेश करने की तैयारी की जा रही है, जिससे तिवारी को न्याय की उम्मीद जगी है।
तिवारी ने यह भी आरोप लगाया कि शारिक के खिलाफ उनकी एक दूसरी शिकायत, जिसमें अपहरण, बंधक बनाकर मारपीट और ऑनलाइन 50 हजार रुपए की वसूली शामिल है, की जांच पिछले 40 दिनों से लंबित है और पुलिस ने अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की है। गौरतलब है कि शारिक का भतीजा यासीन और भाई शाहवर पहले से ही रेप, ड्रग तस्करी और आर्म्स तस्करी जैसे मामलों में जेल में बंद हैं।