खूंखार आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा का नेता हाफिज मोहम्मद सईद बांग्लादेश में तेजी से पैर पसार रहा है। उसका एक करीबी सहयोगी और मरकजी जमीयत अहल-ए-हदीस का वरिष्ठ सदस्य हाल ही में ढाका पहुंचा और भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित चपैनवाबगंज का दौरा किया।
By: Arvind Mishra
Nov 09, 202510:19 AM
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
खूंखार आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा का नेता हाफिज मोहम्मद सईद बांग्लादेश में तेजी से पैर पसार रहा है। उसका एक करीबी सहयोगी और मरकजी जमीयत अहल-ए-हदीस का वरिष्ठ सदस्य हाल ही में ढाका पहुंचा और भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित चपैनवाबगंज का दौरा किया। इब्तिसाम इलाही जहीर नाम के इस मौलाना के दौरे को इस्लामी तकरीरों से जोड़ा गया है, लेकिन भारत-बांग्लादेश सीमा के करीब इसकी गतिविधियों से पूर्वोत्तर भारत में बड़ी साजिश की आहट महसूस की जा रही है। इससे पहले भी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई पूर्वोत्तर को अस्थिर करने की साजिशें रच चुकी है। इसी बीच लश्कर-ए-तैय्यबा के एक कमांडर सैफुल्लाह सैफ ने एक वीडियो में कहा है कि हाफिज सईद अब बांग्लादेश के रास्ते भारत पर हमला करने की योजना बना रहा है।
उक्त वीडियो 30 अक्टूबर को पाकिस्तान के खैरपुर तमीवाली में हुई रैली का बताया जा रहा है। वीडियो में लश्कर कमांडर सैफुल्लाह सैफ साफ बोलते दिख रहा है कि हाफिज सईद चुप नहीं बैठा है, वह बांग्लादेश के रास्ते भारत पर हमले की तैयारी कर रहा है। उसने दावा किया कि पूर्वी पाकिस्तान यानी बांग्लादेश में उसके लोग सक्रिय हैं और भारत को जवाब देने के लिए तैयार हैं।
रैली के दौरान सैफुल्लाह ने बताया कि एक सहयोगी को बांग्लादेश भेजा गया है जो वहां स्थानीय युवाओं को जिहाद के नाम पर तैयार कर रहा है और उन्हें आतंक प्रशिक्षण दे रहा है। बांग्लादेश अब एक तरह का लॉन्चपैड बनता जा रहा है, जिसका इस्तेमाल भारत के खिलाफ साजिशों के लिए किया जा सकता है।
वीडियो में बच्चों की मौजूदगी भी दिखाई देती है। सैफुल्लाह के भाषण के दौरान कई बच्चे भी मौजूद थे, जिससे यह संदेश गया कि कुछ आतंकी संगठन बच्चों को भी बड़ा-छोटा करके अपने एजेंडे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। वीडियो के आधार पर यह आरोप लगाया जा रहा है कि पाकिस्तानी आतंकी संगठन बच्चों को जिहादी विचारों की तरफ मोड़ रहे हैं।
सैफुल्लाह ने अपने भाषण में पाकिस्तानी सेना की तारीफ भी की और कहा कि 9-10 मई की रात के बाद पाकिस्तान ने जवाब दिया, जबकि अमेरिका और बांग्लादेश भी कथित तौर पर पाकिस्तान के करीब आ रहे हैं - यह भी उनके दावे का हिस्सा रहा। ये सभी बातें सैफुल्लाह के दावों और एक वायरल वीडियो पर आधारित हैं।