लक्ष्मण सिंह अक्सर पार्टी लाइन से हटकर बोलते रहे हैं और हाल ही में राहुल गांधी के खिलाफ की गई टिप्पणी ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। गौरतलब है कि लक्ष्मण सिंह राजगढ़ से कांग्रेस के लिए चार बार सांसद रह चुके हैं और एक बार भाजपा के सांसद भी रह चुके हैं।
By: Star News
Jun 07, 20257 hours ago
भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस में एक बार फिर आंतरिक कलह सामने आई है। अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियां बटोरने वाले दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह को कांग्रेस से बाहर निकालने की मांग उठ रही है। दरअसल, हाल ही में आल इंडिया कांग्रेस कमेटी की अनुशासन समिति के सदस्य सचिव तारिक अनवर ने लक्ष्मण सिंह के निष्कासन के लिए पत्र लिखा है। इसलिए अब कायस लगाए जा रहे हैं कि पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह को अनुशासनहीनता के आरोप में कांग्रेस से 6 साल के लिए निष्कासित किया जा सकता है। कांग्रेस की अनुशासन समिति के अध्यक्ष ने उनकी लगातार बयानबाजी को पार्टी विरोधी गतिविधि मानते हुए निष्कासन के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के पास प्रस्ताव भेजकर सिफारिश की है। लक्ष्मण सिंह अक्सर पार्टी लाइन से हटकर बोलते रहे हैं और हाल ही में राहुल गांधी के खिलाफ की गई टिप्पणी ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। गौरतलब है कि लक्ष्मण सिंह राजगढ़ से कांग्रेस के लिए चार बार सांसद रह चुके हैं और एक बार भाजपा के सांसद भी रह चुके हैं।
लक्ष्मण सिंह ने करीब एक महीने पहले कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, राबर्ट वाड्रा और जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला को लेकर बयान दिया था। लक्ष्मण सिंह ने राहुल गांधी के जीजा रॉबर्ट वाड्रा पर भी टारगेट किया था। उन्होंने कहा था- ये हमारा रॉबर्ट वाड्रा, जीजा जी राहुल गांधी का, कहता है कि मुसलमानों को सड़क पर नमाज नहीं पढ़ने देते इसलिए आतंकवादियों ने हमला किया। इन दोनों का ये बचपना हम कब तक झेलेंगे। राहुल गांधी भी थोड़ा सोच समझकर बात करें। इनकी नादानियों की वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं।
लक्ष्मण सिंह यहीं नहीं रुके थे, उन्होंने यह भी कहा था कि जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला आतंकवादियों से मिले हुए हैं। कांग्रेस को उनसे समर्थन वापस ले लेना चाहिए। इसी बीच लक्ष्मण सिंह ने राहुल गांधी को भी सोच समझकर बात करने की नसीहत दी थी और कहा था- मैं कैमरे के सामने कह रहा हूं, पार्टी मुझे निकालना चाहे तो आज ही निकाल दे। हमारी पार्टी के नेता सोच समझकर बोलें, नहीं तो उन्हें चुनाव में परिणाम भुगतना पड़ेंगे।
लक्ष्मण सिंह के बयान पर कांग्रेस ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव संगठन की ओर से अनुशासन समिति के सदस्य सचिव तारिक अनवर ने नोटिस जारी कर दस दिन में जवाब मांगा था। लेकिन, जवाब संतोषजनक न होने के चलते उनके निष्कासन की अनुशंसा की गई है।
लक्ष्मण सिंह ने राहुल गांधी के करीबी और ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा की भी आलोचना की थी, जिन्होंने कहा था कि राहुल अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के खिलाफ रणनीतिकार थे, जो काम करने वाले थे। लक्ष्मण ने पित्रोदा को कांग्रेस का दुश्मन करार दिया था और कहा था कि वह पिता और पुत्र के बीच दरार पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।