मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सोमवार सुबह इंदौर चिड़ियाघर पहुंचे। रेसिडेंसी कोठी से सीधे वे चिड़ियाघर गए, जहां उन्होंने पक्षियों को दाना खिलाया और चिड़ियाघर में हाल ही में कर्नाटक से लाए गए जंगली भैंसों के दो जोड़ों का निरीक्षण भी किया। दरअसल, मुख्यमंत्री के प्रयासों से इंदौर जू को आठ नए एग्जॉटिक एनिमल प्राप्त हुए हैं।
By: Arvind Mishra
Sep 29, 2025just now
इंदौर। स्टार समाचार वेब
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सोमवार सुबह इंदौर चिड़ियाघर पहुंचे। रेसिडेंसी कोठी से सीधे वे चिड़ियाघर गए, जहां उन्होंने पक्षियों को दाना खिलाया और चिड़ियाघर में हाल ही में कर्नाटक से लाए गए जंगली भैंसों के दो जोड़ों का निरीक्षण भी किया। दरअसल, मुख्यमंत्री के प्रयासों से इंदौर जू को आठ नए एग्जॉटिक एनिमल प्राप्त हुए हैं। इनमें शिमोगा जू से आए बायसन (जंगली भैंस) और शुतुरमुर्ग का जोड़ा शामिल है। इंदौर जू अब जिराफ प्राप्त करने की पात्रता भी हासिल कर चुका है। सीएम रविवार रात इंदौर पहुंचे थे और रेसिडेंसी कोठी में रात्रि विश्राम किया। रात को उन्होंने अभिव्यक्ति गरबा सहित शहर के कई गरबा आयोजनों में हिस्सा लिया। सीएम ने इंदौर के गरबा आयोजन की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि इंदौर का गरबा एक अद्भुत संस्कृति बन गया है।
इंदौर में संवाददाताओं से चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में पशु-पक्षियों के संरक्षण और विकास की असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा, एक ओर नामीबिया से लाए गए चीते यहां की आबोहवा में प्रजनन कर रहे हैं, तो दूसरी ओर इंदौर चिड़ियाघर में बायसन और आॅस्ट्रिच जैसे प्राणी भी स्थानीय वातावरण में ढल रहे हैं। यह सब प्रदेश के पर्यटन को बढ़ावा देगा।
इंदौर में सीएम डॉ. मोहन यादव ने नागरिकों से आह्वान किया कि आगामी त्यौहारों में स्थानीय उत्पाद खरीदें और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वदेशी भावना को मजबूत करें। इससे स्थानीय कारोबारियों को सहारा मिलेगा और देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।
इंदौर के प्राणी संग्रहालय में जल्दी ही वन्यप्रेमी जिराफ को भी देख सकेंगे। इंदौर महापौर पुष्य मित्र भार्गव ने कहा कि इंदौर जू में पहले आए जेब्रा की देखरेख उत्कृष्ट स्तर पर हुई। इस कारण अब इंदौर जू जिराफ प्राप्त करने की पात्रता हासिल कर चुका है। यह नया मेहमान भी चार माह के भीतर इंदौर आ जाएगा।