इंदौर के आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगा जाम जानलेवा साबित हो चुका है, लेकिन उसे दूसरे दिन भी नहीं खोला जा सका। इंदौर में एसी हॉल में कलेक्टर सहित अन्य अफसर ट्रैफिक सुधार के लिए बैैठक कर रहे थे, उधर जाम में फंसे लोगों की जान जाती रही। जाम में वीआईपी से लेकर मरीज और शव भी फंसे रहे।
By: Arvind Mishra
Jun 28, 2025just now
इंदौर। स्टार समाचार वेब
इंदौर के आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगा जाम जानलेवा साबित हो चुका है, लेकिन उसे दूसरे दिन भी नहीं खोला जा सका। इंदौर में एसी हॉल में कलेक्टर सहित अन्य अफसर ट्रैफिक सुधार के लिए बैैठक कर रहे थे, उधर जाम में फंसे लोगों की जान जाती रही। जाम में वीआईपी से लेकर मरीज और शव भी फंसे रहे। शनिवार को भी अर्जुन बड़ौद से डकाच्या तक महाजाम लगा रहा। मांगलिया तक बाइपास से गुजर रहे वाहनों की स्पीड 80 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा रही, लेकिन अर्जुन बड़ौद आते ही स्पीड का कांटा जीरो पर नजर आया। घंटों वाहन टस से मस नहीं हो पा रहे हैं। इंदौर से सुबह पांच बजे भोपाल जाने के लिए निकले महेंद्र वर्मा ने बताया कि सुबह हम अर्जुन बड़ौद गांव पहुंचे, लेकिन कार जाम में फंस गई। दो घंटे में 400 मीटर भी नहीं चल पाए है। कार में फंसे संजय यादव ने कहा कि वे सेंधवा से आ रहे है। रात दो बजे से ट्रैफिक जाम में फंसे हैं। जाम खुलवाने के लिए कोई आगे नहीं आ रहा है। धीरे-धीरे ट्रैफिक रेंग रहा है। जाम में फंसने से कुछ देर पहले ही टोल टैक्स कटवाया था। यदि वहां ट्रैफिक जाम का बोल दिया जाता तो हम लौट जाते।
जिन लोगों को भोपाल की तरफ जाना है। वे अब जाम से बचने के लिए लंबा रास्ता अपना रहे है। वे पहले इंदौर से उज्जैन जा रहे हैं। फिर वहां से देवास होते हुए भोपाल की तरफ आ रहे है। उन्हें अतिरिक्त 70 किलोमीटर का सफर करना पड़ रहा है। भारी वाहनों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है। अर्जुन बड़ौद गांव में ब्रिज निर्माण के कारण ट्रैफिक को सर्विस रोड पर शिफ्ट किया गया है, लेकिन सर्विस रोड पर गड्ढे हो चुके हैं। वाहनों की स्पीड कम हो रही है।
इंदौर-देवास रोड पर शुक्रवार को जाम लग गया। 12 किमी के इस जाम में लाखों गाड़ियां फंस गई। इस दौरान तीन लोगों इंदौर के कमल पांचाल, शुजालपुर के बलराम पटेल (55) और गारी पिपल्या गांव के संदीप पटेल (32) की मौत हो गई। दो को हार्ट अटैक आया, जबकि एक पेशेंट ने अस्पताल पहुंचने से पहले दम तोड़ दिया। वहीं सैटेलाइट टाउनशिप, बिजलपुर निवासी किसान कमल पांचाल (62) की कार जाम में डेढ़ घंटे तक फंसी रही। इस दौरान उन्हें घबराहट हुई, वे तड़पते रहे और बेहोश हो गए। कमल को हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
गंभीर स्थिति को देखते हुए देवास शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी ने इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह को पत्र लिखा है। उन्होंने मांग की है कि मुख्य पुल के निर्माण से पहले सर्विस रोड बनाई जाए, ताकी ट्रैफिक को वैकल्पिक मार्ग मिल सके। जब तक निर्माण कार्य पूरा नहीं होता, तब तक टोल टैक्स की वसूली भी रोकी जाए। राजानी ने देवास कलेक्टर ऋतुराज सिंह को भी इस पत्र की कॉपी भेजी है और हालात की गंभीरता को देखते हुए तत्काल समाधान की मांग की है।
इधर, इंदौर में मानसून सीजन के दौरान यातायात व्यवस्था को लेकर कलेक्टर आशीष सिंह ने संबंधित विभागों की बैठक ली। बैठक में तय किया गया कि वषार्काल के दौरान चालानी कार्रवाई नहीं की जाएगी। बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने राष्ट्रीय राजमार्ग और शहर में यातायात को हर हाल में सुचारू बनाने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, जिससे वषार्काल में किसी भी हालत में यातायात बाधित नहीं हो, जाम न लगे।
सिग्नल बंद होने की सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंचकर सुधार कार्य कर रही है। गौपुर और देवास नाका के सिग्नलों को सुधार दिया गया है। ट्रैफिक पुलिस को बोला गया है कि जिन स्थानों के सिग्नलों में परेशानी है, उनकी सूची हमें दे दीजिए। हम तुरंत सुधार करवा देंगे।
- वैभव देवलासे, यातायात प्रभारी, नगर निगम
इंट्रीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम की ओर से रोजाना हमारे सभी सिग्नलों की मॉनीटरिंग की जा रही है। आज भी सिग्नलों के सुधार कार्य किए गए हैं। हमारे सभी सिग्नल चालू हैं और सही तरीके से काम कर रहे हैं। कलेक्टर ने जल्द से जल्द सिग्नल सुधार करने के निर्देश दिए हैं।
- क्षितिज गीते, सीडीओ, आईटीएमएस
ट्रैफिक जाम का मुख्य कारण ओवरब्रिज का निर्माण है। इससे मार्ग पर वाहन चालकों को निकलने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिल पा रही है। बारिश होने से सर्विस रोड पर बड़े गड्ढे हो चुके हैं। साथ ही सर्विस रोड ऊबड़-खाबड़ हो चुकी है, जिससे वाहन चालक फिसल रहे हैं।
- अरविंद तिवारी, ट्रैफिक डीएसपी