मध्यप्रदेश के बालाघाट में बाघ के हमले की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं। अब अंबेझरी बीट के जंगल के पास एक किसान पर बाघ ने हमला कर दिया, जहां घायल की इलाज के दौरान मौत हो गई। अंबेझरी में लगातार बाघ के हमले बढ़ रहे हैं।
By: Arvind Mishra
Sep 05, 202511 hours ago
बालाघाट। स्टार समाचार वेब
मध्यप्रदेश के बालाघाट में बाघ के हमले की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं। अब अंबेझरी बीट के जंगल के पास एक किसान पर बाघ ने हमला कर दिया, जहां घायल की इलाज के दौरान मौत हो गई। अंबेझरी में लगातार बाघ के हमले बढ़ रहे हैं। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। दरअसल, वन परिक्षेत्र कटंगी के कन्हड़गांव सर्किल अंतर्गत अंबेझरी-देवरी सड़क मार्ग पर गुरुवार शाम को बाघ ने एक किसान पर हमला कर दिया। उसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कटंगी में भर्ती किया गया। जहां से हालत नाजुक देख जिला अस्पताल रेफर किया गया था। यहां देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई। इस परिक्षेत्र में बाघ के हमले से आठ माह के भीतर यह 5वीं मौत है। घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है।
ग्राम अंबेझरी के किसान सेवकराम गौपाले रोजाना की तरह मवेशी चराने के लिए गए थे। शाम को घर लौट रहे थी, तभी वह अंबेझरी-देवरी सड़क पर बाघ ने पीछे से हमला कर घायल कर दिया। इस हमले को देख अन्य किसानों ने शोर मचाया तो बाघ जंगल के अंदर भाग गया। किसान लहूलुहान अवस्था में किसी तरह से घर पहुंचा और परिजनों को हमले की जानकारी दी। सेवकराम के गर्दन, चेहरे पर गंभीर चोटें आई थी।
बाघ के हमले से 21 दिन पूर्व ग्राम अंबेझरी निवासी विठ्ठल आसटकर अपने घर की गाय व भैंस चराने जंगल के पास गया था। उस समय बाघ ने हमला कर घायल कर दिया था। ऐसे में अब बाघ और मानव के बीच बढ़ते द्वंद को लेकर लोग भयभीत नजर आ रहे है। इस क्षेत्र के लोगों की मांग है कि खेत किनारे जंगल में फेंसिंग लगाई जाए। यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो लगातार बाघ के लोग निवाले बनते जाएंगे। आठ माह के भीतर बाघ ने पांच लोगों को मौत के घाट उतार दिया है।
सेवकराम गौपाले बाघ ने उस पर हमला कर दिया था। हालत गंभीर होने पर कटंगी से बालाघाट रेफर कर दिया गया, लेकिन इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक के परिजनों को विभाग की तरफ से आठ लाख का मुआवजा दिलवाया जाएगा। जिसकी कार्यवाही डीएफओ कार्यालय से होगी।
- बाबूलाल चढार, वन परिक्षेत्र अधिकारी, कटंगी