मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है। विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई। सदन के अंदर मानसून सत्र की कार्यवाही शुरू होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने पूर्व विधायक राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह, रघुनाथ चौधरी, शंकर लाल मुन्नाखेड़ी, सरदार सुखदेव सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय कुमार रुपाणी, फिल्म अभिनेता मनोज कुमार, लोक कलाकार रामसहाय पांडे को श्रद्धांजलि दी।
By: Arvind Mishra
Jul 28, 202511:51 AM
भोपाल। स्टार समाचार वेब
मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश विधानसभा में अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर का पुष्प-गुच्छ भेंट कर अभिवादन किया। विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई। सदन के अंदर मानसून सत्र की कार्यवाही शुरू होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने पूर्व विधायक राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह, रघुनाथ चौधरी, शंकर लाल मुन्नाखेड़ी, सरदार सुखदेव सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय कुमार रुपाणी, फिल्म अभिनेता मनोज कुमार, लोक कलाकार रामसहाय पांडे को श्रद्धांजलि दी। विधानसभा सदस्यों ने 22 अप्रैल को कश्मीर के अनंतनाग के पहलगाम में आतंकी हमले में शहीद नौसेना अधिकारी और पर्यटकों समेत 12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान हादसे के मृतकों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि के बाद सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं, सत्र शुरू होने से पहले ही कांग्रेस ने ओबीसी आरक्षण को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, विधायक सचिन यादव, जयवर्धन सिंह, कुणाल चौधरी सहित कई कांग्रेस विधायक काले गमछे और पोस्टर लेकर विधानसभा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सरकार पर ओबीसी वर्ग के साथ भेदभाव करने और आरक्षण के अधिकार से वंचित रखने का आरोप लगाया। दरअसल, कांग्रेस के विधायक हाथों में तख्तियां और गिरगिट के खिलौने लेकर पहुंचे थे। जहां गांधी प्रतिमा के सामने नारेबाजी की। कांग्रेस विधायकों ने कहा कि सरकार ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण नहीं देना चाहती। वहीं, सिरोंज से बीजेपी विधायक उमाकांत शर्मा ने कहा- मुझे चिंता है कि कमलनाथ जी को सदन में आने से कौन रोक रहा है? उन्होंने कहा- मुझे लगता है कि कांग्रेस की गुटबाजी और फूट का परिणाम है।
इधर, ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर विरोध कर रही कांग्रेस पर भाजपा विधायक शैलेन्द्र जैन ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को ओबीसी समाज से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता में रहते हुए कांग्रेस ने न्यायालय में ओबीसी वर्ग के पक्ष में उचित पैरवी नहीं की। साथ ही कई मौकों पर कांग्रेस ने ओबीसी आरक्षण का विरोध किया।
जौरा से कांग्रेस विधायक पंकज उपाध्याय ने कहा- ओबीसी वर्ग के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार और भेदभाव किया जा रहा है। मध्यप्रदेश सरकार ने बहुत मोटी फीस हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में वकीलों पर खर्च की, जिससे ओबीसी वर्ग को उनका आरक्षण न मिल सके। इसका हम लगातार विरोध कर रहे हैं। कमलनाथ ने मुख्यमंत्री रहते जो आरक्षण दिया था, वह हम ओबीसी वर्ग को दिलाकर रहेंगे।
कांग्रेस के प्रदर्शन पर पिछोर से भाजपा विधायक प्रीतम सिंह लोधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनगणना कराने और ओबीसी को आरक्षण देकर कांग्रेस का मुद्दा खत्म कर दिया है। हम तो इंसान हैं, कांग्रेसी खुद गिरगिट हैं।
अलीराजपुर जिले की जोबट विधानसभा से विधायक सेना पटेल ने कहा- हम भाजपा की सोई सरकार को जगाना चाहते हैं। सरकार की सरकार ने अपने वादे पूरे नहीं किए हैं। वो गिरगिट की तरह रंग बदलती है, उसके विरोध में हम आज ये प्रदर्शन कर रहे हैं।
इधर, उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन को लेकर गड़बड़ी के मामले पर भाजपा विधायक चिंतामणि मालवीय ने दो टूक जवाब दिया। मालवीय ने कहा- मैं सरकार का प्रवक्ता नहीं हूं। ये सवाल सरकार से पूछिए। सरकार इस पर जवाब देगी। रही बात कांग्रेस के प्रदर्शन की तो इन्हें कोई हक नहीं ओबीसी के लिए आरक्षण मांगने का। पहले तो ये बताएं कि कांग्रेस ने ओबीसी के लिए क्या किया है।
तराना से कांग्रेस विधायक महेश परमार ने कहा- सरकार इतनी डरी हुई है कि जन जनप्रतिनिधियों को विधानसभा कार्यवाही से दूर रखना चाहती है। लेकिन हम पुरजोर तरीके से अपनी बात रखेंगे ताकि प्रदर्शन पर रोक के फैसले को सरकार वापस ले। परमार ने उज्जैन में महाकाल दर्शन को लेकर अनियमितताओं को लेकर संबंधित अफसरों पर कार्रवाई की मांग भी की।
8 अगस्त तक चलने वाले इस सत्र में अनुपूरक बजट भी पेश किया जाएगा। सत्र के लिए कुल 3377 में से 2076 सवाल ऑनलाइन आए हैं जबकि ऑफलाइन सवालों की संख्या 1301 है। 226 ध्यानाकर्षण, अशासकीय संकल्प की 23 और शून्यकाल की 65 सूचनाएं विधायकों की ओर से दी गई हैं। विधायकों ने नियम- 139 के तहत एक सूचना दी है। एक स्थगन प्रस्ताव की सूचना भी सचिवालय को दी गई है। इस सत्र में तीन सरकारी विधेयक भी पेश किए जाएंगे।