देश आज 26वां कारगिल विजय दिवस मना रहा है। इस खास मौके पर देश भर के लोगों उन नायकों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं, जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपने प्राणों की आहूति दे दी। इस बीच थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने 26वें कारगिल विजय दिवस समारोह को संबोधित किया। सेनाध्यक्ष ने भारतीय सेना की तैयारियों, बदलावों और पाकिस्तान को दिए गए जवाब पर विस्तार से जानकारी दी।
By: Arvind Mishra
Jul 26, 202515 hours ago
देश आज 26वां कारगिल विजय दिवस मना रहा है। इस खास मौके पर देश भर के लोगों उन नायकों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं, जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपने प्राणों की आहूति दे दी। इस बीच थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने 26वें कारगिल विजय दिवस समारोह को संबोधित किया। सेनाध्यक्ष ने भारतीय सेना की तैयारियों, बदलावों और पाकिस्तान को दिए गए जवाब पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 7 से 9 मई के दौरान पाकिस्तान की ओर से की गई गतिविधियों का भारतीय सेना ने सटीक और नपा-तुला जवाब दिया। हमारी तीनों सेनाएं एक ऐसी अजेय दीवार बनकर खड़ी रही, जिसे कोई भी ड्रोन या मिसाइल भेद नहीं सका। ये सफलता संपूर्ण के दृष्टिकोण का नतीजा है, जहां सेना, वायुसेना, नौसेना और अन्य सरकारी विभागों ने मिलकर काम किया। उन्होंने साफ किया कि जो भी ताकतें भारत की संप्रभुता, अखंडता या नागरिकों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेंगी, उन्हें अब करारा जवाब मिलेगा। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना अब एक परिवर्तनशील, आधुनिक और भविष्य-उन्मुख ताकत के रूप में तेजी से आगे बढ़ रही है।
ऑपरेशन सिंदूर पर बोलते हुए जनरल द्विवेदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान में आतंकी ढांचे को प्रभावी ढंग से निशाना बनाकर भारत ने निर्णायक जीत हासिल की। सरकार द्वारा सेना को खुली छूट दिए जाने के बाद भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले का करारा जवाब दिया। हमने पाकिस्तान में 9 महत्वपूर्ण ठिकानों को नष्ट कर दिया, बिना किसी निर्दोष को नुकसान पहुंचाए। हमने शांति का मौका दिया, लेकिन पाकिस्तान कायरतापूर्ण कार्रवाई की, जिसका हमने साहस के साथ जवाब दिया। आॅपरेशन सिंदूर हमारा संकल्प, संदेश और प्रतिक्रिया है।
26वें कारगिल विजय दिवस समारोह को संबोधित करते हुए जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा-हम टाइगर हिल, तोलोलिंग और प्वाइंट 4875 के पास खड़े होकर योद्धाओं के संकल्प और वीरता को याद कर रहे हैं। हम उन लोगों को नमन करते हैं जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दे दी ताकि हम शांति से रह सकें। सेनाध्यक्ष ने कहा कि 1999 में भारत ने ऑपरेशन विजय के तहत एक अद्वितीय जीत हासिल की, ऊंची पहाड़ी चौकियों पर पाकिस्तानी सैनिकों को खदेड़ दिया। थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि जो ताकतें भारत की संप्रभुता, अखंडता और लोगों को नुकसान पहुंचाने की साजिश कर रही हैं, उन्हें भविष्य में भी करारा जवाब दिया जाएगा, यह भारत का नया सामान्य है... हम एक विकसित, आधुनिक और भविष्यवादी शक्ति बनने की ओर अग्रसर हैं।
सेनाध्यक्ष ने कहा कि एक नई ब्रिगेड की स्थापना की जा रही है। मैंने कल इसे मंजूरी दे दी है। इसमें मशीनीकृत पैदल सेना, बख्तरबंद इकाइयां, तोपखाने, रसद और लड़ाकू समर्थन के साथ विशेष बल जैसे लड़ाकू घटक होंगे। विशेष बल भी स्थापित किए गए हैं जो सीमा पर दुश्मन को झटका देने के लिए हमेशा तैयार रहेंगे। इससे हमारी ताकत कई गुना बढ़ जाएगी। हम विकसित भारत 2047 के विजन को पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।