पीएम ने फोरम में उपस्थित नेताओं को संबोधित करते हए कहा-भारत, जॉर्डन का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और दोनों देशों के रिश्ते सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इन्हें लंबे समय के मजबूत साझे में बदला जाना चाहिए।
By: Arvind Mishra
Dec 16, 20252:10 PM
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
दुनिया में कई देशों के साथ सीमाएं तो मिलती ही हैं, कई देशों के बाजार भी मिलते हैं, लेकिन भारत और जॉर्डन के संबंध ऐसे हैं, जहां ऐतिहासिक विश्वास और भविष्य के आर्थिक अवसर एक-साथ मिलते हैं। यह बात पीएम नरेंद्र मोदी ने आज यानी मंगलवार को अपने जॉर्डन प्रवास के दौरान कही। गौरतलब है कि पीएम 3 देशों के चार दिवसीय दौरे पर हैं। उनके दौरे का पहला पड़ाव जॉर्डन में है, जहां पीएम मोदी ने बिजनेस मीट को संबोधित करते हुए दोनों देशों के रिश्तों पर बात की है। पीएम ने फोरम में उपस्थित नेताओं को संबोधित करते हए कहा-भारत, जॉर्डन का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और दोनों देशों के रिश्ते सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इन्हें लंबे समय के मजबूत साझे में बदला जाना चाहिए। कल जॉर्डर के राजा के साथ मेरी बातचीत का सार भी यही था कि भूगोल को अवसर में और अवसर को विकास में कैसे बदला जाए, इस पर हमने विस्तार से चर्चा की। जॉर्डन आज एक ऐसा ब्रिज बना है, जो अलग-अलग क्षेत्रों के बीच सहयोग और तालमेल बिठाने में काफी मदद कर रही है। भारतीय कंपनियां जॉर्डन के माध्यम से अमेरिका और कनाडा समेत अन्य देशों की बाजारों तक पहुंच बना सकती हैं। मैं सभी भारतीय कंपनियों से इन अवसरों का लाभ उठाने का अनुरोध करूंगा।
रिश्तों को फिर से जीवित करने का समय
मोदी ने कहा-व्यापार की दुनिया में आंकड़ों की अपनी अहमियत होती है, लेकिन भारत और जॉर्डन का लक्ष्य केवल व्यापार बढ़ाना नहीं, बल्कि भरोसे और साझेदारी पर आधारित भविष्य बनाना है। उन्होंने इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि एक समय था जब गुजरात से यूरोप तक व्यापार पेट्रा के रास्ते होता था। अब समय आ गया है कि उन पुराने व्यापारिक रास्तों और रिश्तों को फिर से जीवित किया जाए, ताकि आने वाले समय में दोनों देशों को समृद्धि मिल सके।
दुनिया को एक नए ग्रोथ इंजन जरूरत
पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत की आर्थिक स्थिति पर भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि भारत की आर्थिक विकास दर आठ प्रतिशत से ज्यादा है, जो बेहतर उत्पादकता, मजबूत शासन व्यवस्था और नवाचार पर आधारित नीतियों का नतीजा है। इसके कारण भारत में निवेश और व्यापार के लिए नए अवसर खुल रहे हैं, जिसका फायदा जॉर्डन के निवेशक और कारोबारी भी उठा सकते हैं। इसके साथ ही पीएम ने कहा कि आज दुनिया को एक नए ग्रोथ इंजन और भरोसेमंद सप्लाई चेन की जरूरत है।