देश में अभी भी बारिश-बाढ़ का कहर जारी है। सबसे ज्यादा प्रभावित पंजाब, राजस्थान, हिमाचल और उत्तर प्रदेश है। इन राज्यों में कई लोगों की मौत हो चुकी है। कई लापता हैं। लाखों लोगों के घर डूब गए हैं। हर जगह पानी ही पानी नजर आ रहा है। हालात ये हो गए हैं कि प्रभावति लोगों ने अब पलायन शुरू कर दिया है। निचले इलाके जलमग्न हैं।
By: Arvind Mishra
Sep 09, 20251 hour ago
भोपाल/नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
देश में अभी भी बारिश-बाढ़ का कहर जारी है। सबसे ज्यादा प्रभावित पंजाब, राजस्थान, हिमाचल और उत्तर प्रदेश है। इन राज्यों में कई लोगों की मौत हो चुकी है। कई लापता हैं। लाखों लोगों के घर डूब गए हैं। हर जगह पानी ही पानी नजर आ रहा है। हालात ये हो गए हैं कि प्रभावति लोगों ने अब पलायन शुरू कर दिया है। निचले इलाके जलमग्न हैं। इधर, बारिश-बाढ़ के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब जा रहे हैं, लेकिन राज्य के सीएम भगवंत मान उनसे मुलाकात नहीं करेंगे। उनके दौरे से पहले ही उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर अपने न आने का खेद जताया है। उनका कहना है कि सेहत ठीक न होने के कारण वह प्रधानमंत्री से मुलाकात नहीं कर पाएंगे और उनके साथ नहीं चल पाएंगे। गौरतलब है कि पंजाब के सभी 23 जिले अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं। नदियां-नाले-नहर उफान पर हैं। लुधियाना में हालात ज्यादा खराब हैं। अन्य जिलों में सरकार, प्रशासन और समाजसेवी संस्थाओं की तरफ से टूटे, क्षतिग्रस्त बांधों को भरने का काम किया जा रहा है।
राजस्थान में इस मानसून सीजन राज्य के इतिहास की दूसरी सबसे ज्यादा बारिश 693.1 मिमी हुई है। 108 साल पहले 1917 में 844.2 मिमी बारिश दर्ज हुई थी। अब तक राज्य के 63 प्रतिशत बांध फुल हो चुके हैं। बीते तीन महीने की बात करें तो जून में 125.3 मिली, जुलाई में 290 मिमी और अगस्त में 184 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई।
हिमाचल के कुल्लू में देर रात एक घर पर भूस्खलन हो गया। इसमें एक ही परिवार के 8 लोग दब गए। जिनमें से एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि 3 लोगों को सुरिक्षत निकाल लिया गया। अभी भी 4 लोग लापता हैं। राज्य में अब तक 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में अभी भी 3 एनएच समेत 744 सड़कें बंद हैं।
यूपी में गंगा, यमुना समेत सभी बड़ी नदियां उफान पर हैं। हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद मथुरा के वृंदावन में हालात बिगड़ गए हैं। 50 प्रतिशत क्षेत्र बाढ़ प्रभावित है। राधा वल्लभ मंदिर में पानी भर गया। वृंदावन का परिक्रमा मार्ग पूरी तरह डूब चुका है। बांके बिहारी मंदिर से यमुना की दूरी 600 मीटर है, लेकिन अब महज 100 मीटर रह गई। प्रदेश में 48 जिले बाढ़ की चपेट में है।
महाराष्ट्र के ठाणे जिले के मुंब्रा में देर रात 12.36 पर दौलत नगर स्थित लकी कंपाउंड की 4 मंजिला बिल्डिंग का एक हिस्सा ढह गया। जो बिल्डिंग के नीचे खड़ीं दो महिलाओं पर गिरा। घटना में 62 साल की महिला नाहिद जैनुद्दीन जमाली की मौत हो गई। उसकी बहू गंभीर घायल हुई है। दोनों पास के सना टॉवर में रहती थीं।
यूपी के वाराणसी में गंगा ने इस बार मानसून के एक ही सीजन में लगातार तीसरी बार चेतावनी बिंदू को पार कर लिया है। नदी का जलस्तर अब खतरे के निशान के करीब पहुंचने लगा है। निचले इलाकों में रहने वाले लोग बाढ़ राहत शिविरों और सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। जलस्तर में हर घंटे करीब दो सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की जा रही है, जिससे प्रशासन और आमजन में चिंता बढ़ गई है।
मध्य प्रदेश में अब तक औसत 1049.02 मिमी बारिश हो चुकी है। इससे भोपाल, ग्वालियर समेत 30 जिलों में बारिश का कोटा फुल हो चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक पूरे सितंबर मानसून एक्टिव रहेगा। ऐसे में प्रदेश में 10 इंच बारिश और होने की उम्मीद है।