पाकिस्तान अब जान चुका है कि वह भारत को सीधे युद्ध में नहीं हरा सकता, इसलिए वह प्रॉक्सी वॉर के जरिए भारत में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहा है। दिल्ली में हुआ धमाका भी उसी कोशिश का हिस्सा था।
By: Arvind Mishra
Nov 23, 202510:22 AM
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
पाकिस्तान अब जान चुका है कि वह भारत को सीधे युद्ध में नहीं हरा सकता, इसलिए वह प्रॉक्सी वॉर के जरिए भारत में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहा है। दिल्ली में हुआ धमाका भी उसी कोशिश का हिस्सा था। ताकि वह अपनी मौजूदगी दिखा सके, लेकिन मुझे खुशी है कि आज भारत बदल चुका है। भारत ने इन सारी गतिविधियों को पहले ही भांप लिया और समय रहते ऑपरेशन चलाए। उनकी नीयत भारत के हर कोने में बम धमाके करने की थी और हमारे कई शहर, जिनमें मुंबई भी शामिल है, उनके निशाने पर थे। यह बात सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी नई दिल्ली प्रबंधन संस्थान के दीक्षांत समारोह के दौरान कही।
22 मिनट में आतंकी ठिकाने तबह
सेना प्रमुख ने कहा-ऑपरेशन सिंदूर एक ऐसा भरोसेमंद आर्केस्ट्रा था, जिसमें हर सदस्य ने एक साथ और पूरी तालमेल के साथ अपनी भूमिका निभाई। इसी तालमेल की वजह से भारतीय सशस्त्र बल सिर्फ 22 मिनट में नौ आतंकी ठिकानों को तबाह करने में सफल रहे।
भारतीय क्षमता का उदाहरण था
सेना प्रमुख ने कहा-यह सैन्य अभियान बदलती स्थिति को पहले से भांपने की भारतीय क्षमता का उदाहरण था। यह कोई तत्काल लिया गया फैसला नहीं था, बल्कि कई वर्षों तक इस बात की कल्पना करने का परिणाम था कि कैसे इंटेलिजेंस, सटीकता और टेक्नोलॉजी एक साथ मिलकर कार्रवाई में बदल सकते हैं।
88 घंटे चला संघर्ष
भारत ने यह सैन्य अभियान 7 मई की सुबह शुरू किया था और पाकिस्तान तथा पाक अधिकृत कश्मीर में बने कई आतंकी ढांचों को ध्वस्त कर दिया था। पाकिस्तान ने भी भारत पर हमले किए थे, जिसके जवाब में भारत की सभी बाद की कार्रवाइयां भी ऑपरेशन सिंदूर के तहत ही की गईं। दो परमाणु-संपन्न देशों के बीच लगभग 88 घंटे तक चला यह संघर्ष 10 मई की शाम दोनों पक्षों के बीच समझौता होने के बाद थम गया।