देश की राजधानी में आज उस समय हड़कंप मच गया, जब उत्तरी दिल्ली के वजीरपुर क्षेत्र में पुलिस ने एक बड़ी छापामार कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपए मूल्य के पुराने नोट जब्त किए। यह छापामार कार्रवाई अवैध नकदी की आवाजाही से जुड़ी एक गुप्त सूचना के आधार पर की गई।
By: Arvind Mishra
Dec 11, 202511:26 AM
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
देश की राजधानी में आज उस समय हड़कंप मच गया, जब उत्तरी दिल्ली के वजीरपुर क्षेत्र में पुलिस ने एक बड़ी छापामार कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपए मूल्य के पुराने नोट जब्त किए। यह छापामार कार्रवाई अवैध नकदी की आवाजाही से जुड़ी एक गुप्त सूचना के आधार पर की गई। छापेमारी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि नोटबंदी के इतने सालों बाद भी पुरानी मुद्रा का गुप्त कारोबार पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। दरअसल, टीम को सूचना मिली थी कि वजीरपुर इलाके में अवैध नकदी की बड़ी खेप ले जाई जा रही है। इसके बाद स्थानीय पुलिस और विशेष टीम ने मिलकर इलाके में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान 500 और 1,000 रुपए के उन पुराने नोटों से भरे कई बैग बरामद हुए, जिन्हें नवंबर 2016 की नोटबंदी के बाद अमान्य घोषित किया गया था।
नोट के साथ कई गिरफ्तार
नोटों से भरे बैग ले जा रहे कई लोगों को मौके पर ही हिरासत में ले लिया गया है। सभी से पूछताछ की जा रही है। ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह नकदी कहां से आई, किस नेटवर्क से जुड़ी है और इसे किस उद्देश्य से ले जाया जा रहा था। पुलिस का दावा है कि इस अवैध लेन-देन के पीछे एक संगठित गिरोह हो सकता है, जो पुराने नोटों को बाजार में किसी गैरकानूनी तरीके से बदलने या उपयोग करने की कोशिश कर रहा था।
दो वाहन भी पुलिस ने किया जब्त
छापेमारी के दौरान पुलिस ने दो वाहनों को भी जब्त किया है, जिनका इस नकदी के परिवहन में इस्तेमाल किया जा रहा था। वाहन अब फॉरेंसिक और तकनीकी जांच के दायरे में लाए जा रहे हैं, ताकि किसी बड़े नेटवर्क या अन्य सह-आरोपियों का पता लगाया जा सके। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हम हिरासत में लिए गए व्यक्तियों से पूछताछ कर रहे हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य यह समझना है कि यह पुरानी मुद्रा कहां से लाई गई और इसके पीछे कौन लोग सक्रिय हैं। मामले की जांच तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है।
दिल्ली पुलिस मामले की कर रही जांच
नोटबंदी के आठ साल बाद भी पुरानी, अमान्य हो चुकी मुद्रा का जब्त होना एक गंभीर सवाल खड़ा करता है। यह मामला बताता है कि कुछ नेटवर्क अभी भी ऐसे नोटों के गुप्त उपयोग या विनिमय की कोशिश में सक्रिय हैं, जबकि कानून स्पष्ट रूप से ऐसे किसी भी लेन-देन पर रोक लगाता है। दिल्ली पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में कुछ और महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं।