जानलेवा कोल्ड्रिफ कफ सिरप मामले में मध्य प्रदेश पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए श्रीसन मेडिकल्स के मालिक रंगनाथन को गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई उस दिल दहला देने वाली घटना के बाद हुई है, जिसमें दूषित कोल्ड्रिफ कफ सिरप पीने से मध्य प्रदेश में 23 बच्चों की मौत हो गई थी।
By: Arvind Mishra
Oct 09, 2025just now
जानलेवा कोल्ड्रिफ कफ सिरप मामले में मध्य प्रदेश पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए श्रीसन मेडिकल्स के मालिक रंगनाथन को गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई उस दिल दहला देने वाली घटना के बाद हुई है, जिसमें दूषित कोल्ड्रिफ कफ सिरप पीने से मध्य प्रदेश में 23 बच्चों की मौत हो गई थी। रंगनाथन से पूछताछ की जा रही है। इससे पहले, मध्य प्रदेश पुलिस ने श्रीसन फार्मास्युटिकल कंपनी के फरार मालिकों पर इनाम घोषित किया था। साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी में मदद करने वाले को 20,000 रुपए का नकद इनाम देने की घोषणा की थी। दरअसल, भयावह त्रासदी के बाद कंपनी के मालिक रंगनाथन को चेन्नई में मध्य प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया लिया है। इस सिरप के कारण कई राज्यों में बच्चों की मौत की खबरें सामने आ रही हैं।
पुलिस के अनुसार, कोल्ड्रिफ सीरप में मिलावट की पुष्टि हुई है। यही बच्चों के लिए घातक साबित हुई। मध्य प्रदेश में यह सीरप बड़े पैमाने पर वितरित किया गया था और इसके सेवन के बाद कई बच्चों की हालत बिगड़ गई। पीड़ित परिवारों का गुस्सा और दुख साफ देखा जा सकता है, क्योंकि उन्होंने अपने मासूम बच्चों को खो दिया।
छिंदवाड़ा के एसपी अजय पांडे ने बताया कि श्रीसन फार्मा के मालिक एस रंगनाथन को कल रात गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें चेन्नई (तमिलनाडु) की एक अदालत में पेश किया जाएगा और ट्रांजिट रिमांड हासिल करने के बाद छिंदवाड़ा (मध्य प्रदेश) लाया जाएगा।
रंगनाथन की गिरफ्तारी के बाद पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने स्रसेन फार्मा के खिलाफ जांच तेज कर दी है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि सीरप के निर्माण में गुणवत्ता मानकों की अनदेखी की गई है। इसके परिणामस्वरूप यह जानलेवा उत्पाद बाजार में पहुंचा। पुलिस ने चेन्नई में कंपनी के कार्यालय पर छापेमारी की और कई दस्तावेज जब्त किए।
अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। साथ ही, सीरप के वितरण नेटवर्क और उन दवा दुकानों की भी जांच की जा रही है, जिन्होंने इस उत्पाद को बेचा। लोगों से अपील की गई है कि वे कोल्ड्रिफ सिरप का इस्तेमाल तुरंत बंद करें और अपने बच्चों को तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराएं।
इस घटना ने फार्मा इंडस्ट्री में नियामक प्रक्रियाओं की खामियों को उजागर किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए कड़े गुणवत्ता नियंत्रण और नियमित निरीक्षण की जरूरत है। मध्य प्रदेश सरकार ने इस मामले में सख्त कार्रवाई का वादा किया है और प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने की बात कही है।