सीपी राधाकृष्णन ने शुक्रवार को उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राष्ट्रपति भवन में शपथ दिलाई। सीपी राधाकृष्णन ने ईश्वर के नाम पर अंग्रेजी में शपथ ली। उपराष्ट्रपति चुनाव में उन्होंने संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को हराया। राधाकृष्णन देश के 15वें उपराष्ट्रपति बने हैं।
By: Arvind Mishra
Sep 12, 2025just now
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
सीपी राधाकृष्णन ने शुक्रवार को उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राष्ट्रपति भवन में शपथ दिलाई। सीपी राधाकृष्णन ने ईश्वर के नाम पर अंग्रेजी में शपथ ली। उपराष्ट्रपति चुनाव में उन्होंने संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को हराया। राधाकृष्णन देश के 15वें उपराष्ट्रपति बने हैं। यह चुनाव पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद हुआ। 781 सांसदों में से 767 ने मतदान किया जिसमें 98.2 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिडला, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मध्यप्रदेश सीएम डॉ. मोहन यादव, ओडिशा समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए। समारोह में सबसे खास बात यह रही कि इस्तीफा देने के 53 दिन बाद पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में नजर आए। धनखड़ अपनी धर्म पत्नी और पूर्व उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू के पास बैठे थे।
इससे पहले उपराष्ट्रपति चुने जाने के बाद राधाकृष्णन ने महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया था। गुरुवार को राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गई थी। राष्ट्रपति ने राधाकृष्णन के इस्तीफे के बाद गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को महाराष्ट्र का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। देवव्रत अब दोनों राज्यों के राज्यपाल की जिम्मेदारी संभालेंगे।
देश के 15वें उपराष्ट्रपति चुने गए सीपी राधाकृष्णन की उपराष्ट्रपति पद की तक यात्रा असाधारण रही है। इस सफर की शुरुआत छात्र आंदोलन से हुई और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ाव के बाद इसका विस्तार राष्ट्रीय फलक तक हुआ। संघ से सक्रिय राजनीति में आए सीपी राधाकृष्णन ने भाजपा में संगठन में लंबे समय तक काम किया। 2004 से 2007 तक वह तमिलनाडु प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष रहे। 2020 से 2022 तक वह केरल भाजपा के प्रभारी भी रहे।
ओबीसी समुदाय कोंगु वेल्लार (गाउंडर) से आने वाले राधाकृष्णन की शादी सुमति से हुई है और उनके एक बेटा व एक बेटी हैं। उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए के प्रत्याशी चुने जाने से पहले तक वह महाराष्ट्र के राज्यपाल थे। वह पिछले साल जुलाई में महाराष्ट्र के राज्यपाल बने थे। इससे पहले, फरवरी 2023 में उन्हें झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। झारखंड के राज्यपाल रहते उन्होंने तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उप राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार संभाला।