राहुल गांधी ने कहा- सबसे पहले, यह हाइड्रोजन बम नहीं है। हाइड्रोजन बम आने वाला है। यह इस देश के युवाओं को यह दिखाने और स्थापित करने में एक और मील का पत्थर है कि चुनावों में किस तरह धांधली की जा रही है। भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त उन लोगों को बचा रहे हैं जिन्होंने भारतीय लोकतंत्र को नष्ट किया है।
By: Arvind Mishra
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
सबसे पहले, यह हाइड्रोजन बम नहीं है। हाइड्रोजन बम आने वाला है। यह इस देश के युवाओं को यह दिखाने और स्थापित करने में एक और मील का पत्थर है कि चुनावों में किस तरह धांधली की जा रही है। भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार उन लोगों को बचा रहे हैं जिन्होंने भारतीय लोकतंत्र को नष्ट किया है। वे उन्हें बचा रहे हैं, जिन्होंने वोट चोरी किया है। यह बात कांग्रेस सांसद एवं लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को नई दिल्ली के इंदिरा भवन ऑडिटोरियम में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कही। राहुल गांधी ने मुख्य चुनाव आयुक्त पर निशाना साधते हुए कहा कि ज्ञानेश कुमार वोट-चोरों की रक्षा कर रहे हैं। यह ब्लैक एंड व्हाइट सबूत है, इसमें कोई भ्रम नहीं है। उन्होंने कहा कि 18 महीनों में 18 बार, कर्नाटक की सीआईडी ने इसके लिए चुनाव आयोग को पत्र लिखा है, और वे इसका जवाब नहीं दे रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक में अलंद एक निर्वाचन क्षेत्र है। किसी ने 6018 वोटों को हटाने की कोशिश की। हमें नहीं पता कि 2023 के चुनाव में अलंद में कुल कितने वोट हटाए गए। ये संख्या 6,018 से कहीं ज्यादा है, लेकिन कोई उन 6018 वोटों को हटाते हुए पकड़ा गया, और यह संयोग से पकड़ा गया। कांग्रेस सांसद ने कहा कि हुआ यूं कि वहां के बूथ लेवल अधिकारी ने देखा कि उसके चाचा का वोट हटा दिया गया है, तो उसने जांच की कि उसके चाचा का वोट किसने हटाया, और उसने पाया कि वोट हटाने वाला एक पड़ोसी था। उसने अपने पड़ोसी से पूछा, लेकिन उन्होंने कहा कि मैंने कोई वोट नहीं हटाया। न तो वोट हटाने वाले व्यक्ति को और न ही जिसका वोट हटाया गया था, उसे पता था। किसी और ताकत ने इस प्रक्रिया को हाईजैक कर लिया और वोट हटा दिया। इधर, भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने राहुल गांधी द्वारा मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार के खिलाफ लगाए गए आरोपों को निराधार और गलत करार दिया है।
राहुल गांधी ने कहा कि मैं इस मंच पर ऐसा कुछ भी नहीं कहूंगा जो 100 प्रतिशत सत्य पर आधारित न हो। मैं अपने देश से प्यार करता हूं, अपने संविधान से प्यार करता हूं, लोकतांत्रिक प्रक्रिया से प्यार करता हूं, और मैं उस प्रक्रिया की रक्षा कर रहा हूं। मैं यहां ऐसा कुछ नहीं कहूंगा जो 100 प्रतिशत प्रमाण पर आधारित न हो जिसे आप निर्धारित कर सकें।
राहुल गांधी ने कहा कि अलंद में मतदाताओं के नाम पर 6018 आवेदन दाखिल किए गए। जिन लोगों ने ये आवेदन दाखिल किए, उन्होंने वास्तव में इन्हें कभी दाखिल ही नहीं किया। यह आवेदन एक सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके स्वचालित रूप से दाखिल किया गया। कर्नाटक के बाहर विभिन्न राज्यों के मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल अलंद में नंबरों को हटाने के लिए किया गया और यह कांग्रेस के मतदाताओं को निशाना बनाकर किया गया।
राहुल गांधी ने कहा-आइए बात करते हैं कि यह कैसे किया जा रहा है और मैं क्यों ऐसा कह रहा हूं। हम कह रहे हैं कि यह एक केंद्रीकृत तरीके से किया जा रहा है और यह किसी व्यक्ति का उपयोग करके नहीं, बल्कि एक सॉफ्टवेयर का उपयोग करके किया जा रहा है। सीरियल नंबर देखिए... एक सॉफ्टवेयर मतदान केंद्र में पहला नाम चुन रहा है और उसका उपयोग वोटों को हटाने के लिए कर रहा है। किसी ने यह सुनिश्चित करने के लिए एक स्वचालित कार्यक्रम चलाया कि मतदान केंद्र पर पहला मतदाता ही आवेदक हो। उसी व्यक्ति ने राज्य के बाहर से मोबाइल फोन मंगवाए, उनका उपयोग आवेदन दाखिल करने के लिए किया और हमें पूरा यकीन है कि यह एक केंद्रीकृत तरीके से और बड़े पैमाने पर किया गया था। यह किसी कार्यकर्ता के स्तर पर नहीं किया गया था। यह पूरी तरह से सरल स्तर पर किया गया था।