राजधानी भोपाल समेत इंदौर और मुंबई में आयकर विभाग ने बड़ी छापामारी की। साइंस हाउस ग्रुप और मेडिकल उपकरणों के कारोबार से जुड़े राजेश गुप्ता पर शिकंजा कसता जा रहा है। तीन दिन से जारी जांच में करोड़ों की टैक्स चोरी और फर्जी सप्लाई का मामला उजागर हुआ है।
By: Arvind Mishra
Sep 04, 2025just now
राजधानी भोपाल समेत इंदौर और मुंबई में आयकर विभाग ने बड़ी छापामारी की। साइंस हाउस ग्रुप और मेडिकल उपकरणों के कारोबार से जुड़े राजेश गुप्ता पर शिकंजा कसता जा रहा है। तीन दिन से जारी जांच में करोड़ों की टैक्स चोरी और फर्जी सप्लाई का मामला उजागर हुआ है। दरअसल, भोपाल और इंदौर में इनकम टैक्स विभाग के छापों में अब तक 250 करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी गई है। इंदौर के डीसेंट मेडिकल और भोपाल के साइंस हाउस में 150 करोड़ की कर चोरी का खुलासा हुआ है। वहीं, मेडिकल डिवाइस सप्लायर राजेश गुप्ता के यहां 100 करोड़ की टैक्स चोरी की गई है। आयकर अफसरों की टीम अभी गुरुवार को भी जांच में जुटी रही। दावा किया जा रहा है कि अभी यह जांच एक-दो दिन और चलेगी। भोपाल, इंदौर, मुंबई समेत 30 से ज्यादा ठिकानों पर की जा रही छापेमारी में सबसे बड़ी टैक्स चोरी जितेंद्र तिवारी और राजेश गुप्ता के यहां से ही सामने आई है। छापेमारी में करोड़ों की नकदी मिल चुकी है। साथ ही बड़ी मात्रा में बोगस बिलिंग के दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।
मेडिकल डिवाइस सप्लायर राजेश गुप्ता के ठिकानों से आयकर टीम को 100 करोड़ से ज्यादा के बोगस बिलिंग के दस्तावेज मिले हैं। 12 लाख कैश और एक लॉकर भी मिला है, जिसे सीज कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि जल्द ही लॉकर को खोला जाएगा। गुप्ता के विदेशी लिंक में युगांडा में इन्वेस्टमेंट के सबूत आयकर के हाथ लगे हैं। साथ ही रियल एस्टेट में भी पैसा खपाने संबंधी दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
भोपाल के साइंस हाउस मेडिकल प्राइवेट लिमिटेड और इंदौर के डीसेंट मेडिकल्स में 150 करोड़ के बोगस बिल मिले हैं। इंदौर में एमआर-5 कॉलोनी में डीसेंट मेडिकल्स में अभी भी कार्रवाई जारी है। इनके यहां से दो करोड़ कैश भी जब्त किया गया है। सीज किए हुए लॉकर को आज शाम तक खोला जाएगा।
आयकर विभाग की कार्रवाई की जद में आए सप्लायरों में साइंस हाउस के जितेंद्र तिवारी, नीलम ट्रेडर्स के राजेश गुप्ता के अलावा कंथाली ट्रेडर्स के मनोज गुप्ता पर कार्रवाई जा रही है। इसके अलावा इंदौर डिसेंट प्राइवेट लिमिटेड के पाटीदार, इन लाइन ट्रेडर्स के अमित सक्सेना के टेंडर और सप्लाई पर सवाल उठ रहे हैं। इस कार्रवाई को हेल्थ कॉरपोरेशन के टेंडर से भी जोड़ कर देखा जा रहा है। इन फर्मों के साथ एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के नाम की भी चर्चा हो रही है।