भारी बारिश के चलते अमरनाथ यात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। गुरुवार को जम्मू से कोई भी तीर्थयात्री काफिला कश्मीर की ओर रवाना नहीं हुआ। अधिकारियों ने बताया कि खराब मौसम को देखते हुए एहतियात के तौर पर यह फैसला लिया गया है।
By: Arvind Mishra
Jul 31, 20253:17 PM
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
भारी बारिश के चलते अमरनाथ यात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। गुरुवार को जम्मू से कोई भी तीर्थयात्री काफिला कश्मीर की ओर रवाना नहीं हुआ। अधिकारियों ने बताया कि खराब मौसम को देखते हुए एहतियात के तौर पर यह फैसला लिया गया है। जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से किसी भी काफिले को बालटाल या नुनवान (चंदनवाड़ी) की ओर नहीं भेजा जाएगा। जम्मू के संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने कहा-यात्रा क्षेत्र में भारी बारिश के कारण बेस कैंप से तीर्थयात्रियों की आवाजाही प्रभावित हुई है। इसलिए 31 जुलाई को कोई भी काफिला रवाना नहीं किया गया। तीर्थयात्रियों को समय-समय पर स्थिति की जानकारी दी जाएगी। कश्मीर संभागीय आयुक्त विजय कुमार बिधूड़ी ने बताया कि हाल ही में हुई भारी बारिश से पहलगाम मार्ग पर नुकसान हुआ है और वहां मरम्मत व रखरखाव कार्य की जरूरत है। यात्रा 1 अगस्त से बालटाल मार्ग से फिर से शुरू होगी।
गौरतलब है कि 30 जुलाई को भी बारिश के कारण दोनों प्रमुख आधार शिविरों-बालटाल और चंदनवाड़ी (नुनवान) से तीर्थयात्रा स्थगित कर दी गई थी। इस वर्ष की अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई को शुरू हुई थी और 9 अगस्त को समाप्त होगी। अब तक 3.93 लाख से अधिक श्रद्धालु पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं।
इधर, भूस्खलन के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग पर कई श्रद्धालु फंस गए थे। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ व पुलिस श्रद्धालुओं को निकालने में लगी है। गुरुवार को 800 यात्रियों को निकाला। मौके पर लगभग 60-70 यात्री रुके हैं। भारी बारिश की चेतावनी के बीच तैयारियों पर राज्य के आपदा सचिव विनोद कुमार सुमन ने कहा कि कहीं भी कोई महत्वपूर्ण नुकसान नहीं हुआ है। हमारा चार धाम मार्ग कुछ क्षेत्रों को छोड़कर ज्यादातर खुला है। सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच की सड़क पर मलबा है, लेकिन यह रोजाना खुली रहती है। इसी तरह, सिरोबगड़ में सड़क ज्यादातर दिनों में बंद रहती है। हम इसे फिर से खोल रहे हैं और स्थायी मरम्मत सुनिश्चित कर रहे हैं।
गंगोत्री राजमार्ग पर गंगोत्री जाने वाला मार्ग बंद है, और पिथौरागढ़ में भी एक बंद है। लगभग 35 पीडब्ल्यूडी और ग्रामीण सड़कों को फिर से खोलने की कार्रवाई चल रही है। मुख्य सड़कें ज्यादातर खुली हैं और यातायात सुचारू रूप से चल रहा है। लगातार बारिश जारी है और आईएमडी अलर्ट प्राप्त होने पर हम जिलों को अपडेट और सुरक्षा सावधानियां भेजते हैं।
सुबह दो सौ यात्री दर्शन करके लौटे हैं, जो कि पैदल ट्रैक पर हैं। बुधवार को एनडीआरएफ और एसडीआरफ ने गौरीकुंड से 2179 यात्रियों को अस्थायी पगडंडी का निर्माण कर जंगल के रास्ते सकुशल सोनप्रयाग पहुंचाया। यात्री बाबा केदार के दर्शन कर लौटे थे और राष्ट्रीय राजमार्ग के मुनकटिया के समीप भारी भूस्खलन के कारण बंद होने से फंस गये थे।