मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से राज्य सेवा परीक्षा 2024 का फाइनल रिजल्ट देर शाम जारी कर दिया गया है। 110 पदों के लिए यह रिजल्ट 87:13 प्रतिशत के फॉर्मूले के आधार पर जारी किया गया है। खास यह है कि डिप्टी कलेक्टर के 13 पदों में से 5 पर लड़कियों का चयन हुआ है।
By: Arvind Mishra
Sep 13, 202511:26 AM
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से राज्य सेवा परीक्षा 2024 का फाइनल रिजल्ट देर शाम जारी कर दिया गया है। 110 पदों के लिए यह रिजल्ट 87:13 प्रतिशत के फॉर्मूले के आधार पर जारी किया गया है। खास यह है कि डिप्टी कलेक्टर के 13 पदों में से 5 पर लड़कियों का चयन हुआ है। जो उम्मीदवार एमपीपीएससी की मुख्य परीक्षा में शामिल हुए थे, अब वे आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना रिजल्ट देख सकते हैं। एमपीपीएससी की ओर से फाइनल रिजल्ट पीडीएफ फॉर्मेट में जारी किया गया है। साथ ही मध्यप्रदेश के श्योपुर के देवांशु शिवहरे ने पहला स्थान प्राप्त कर परीक्षा में टॉप किया है। परीक्षा में दूसरा स्थान ऋषव अवस्थी और तीसरा स्थान अंकित ने प्राप्त किया है।
सागर जिले के देवरी के रहने वाले ऋषभ अवस्थी को दूसरा स्थान मिला, उन्हें कुल 945.50 अंक प्राप्त हुए।
एमपीपीएससी की टॉपर लिस्ट में इंदौर की हर्षिता दवे 5वें क्रम में है। साथ ही महिला कैटेगरी में टॉप पर हैं। वह महज 22 साल की हैं। हर्षिता दवे 893.75 अंक हासिल करके महिला अनारक्षित श्रेणी में टॉप रही हैं।
खास बात यह है कि डीएसपी के 19 पदों में से 6 पर लड़कियों ने बाजी मारी है। मुख्य परीक्षा 21 से 26 अक्टूबर 2024 तक आयोजित की थी। रिजल्ट 6 मार्च को जारी किया गया था। 110 पदों में 87 फीसदी हिस्से में 102 पद रखे गए हैं, जबकि 8 पद 13 प्रतिशत हिस्से में हैं। 339 अभ्यर्थी इंटरव्यू में बैठे थे।
पीएससी ने 2022 की राज्य सेवा परीक्षा की चयन सूची इसी साल फरवरी में जारी की थी। वह परीक्षा 457 पदों के लिए हुई थी। वहीं, 229 पदों के लिए हुई राज्य सेवा परीक्षा 2023 की चयन सूची अभी होल्ड पर है। इंटरव्यू हो चुके हैं, लेकिन कोर्ट में सुनवाई के कारण फिलहाल चयन सूची रुकी हुई है।
श्योपुर के देवांशु ने इंदौर में इंजीनियरिंग करते वक्त सीनियर की सफलता से प्रेरणा ली। एमपीपीएससी की तैयारी शुरू की और 2022 में पहले प्रयास में कमर्शियल टैक्स इंस्पेक्टर बने। अगले प्रयास में इंटरव्यू नहीं निकाल पाए, लेकिन हार नहीं मानी। गुना में जॉइनिंग के बाद इंटरव्यू की तैयारी के लिए कोचिंग ली।
भोपाल के गिरराज परिहार के किसान बेटे हैं। उन्होंने डिप्टी कलेक्टर बनकर सपना साकार किया। जेल प्रहरी व फिर साइबर सेल में कॉन्स्टेबल रहते हुए 9 साल तक पढ़ाई जारी रखी। ड्यूटी के साथ सेल्फ स्टडी करते रहे। 2022 में एडीई बने और अब डिप्टी कलेक्टर।