पश्चिम बंगाल के कोलकाता में फुटबॉलर लियोनेल मेसी की एक झलक पाने को बेताब खेल प्रेमियों ने उनके जाते ही बवाल कर दिया। टेबल-कुर्सी तोड़ना शुरू कर दिया। महंगी टिकट खरीदने के बावजूद उन्हें मेसी को देखने तक का मौका नहीं मिला। इसकी वजह थी वीआईपी कल्चर।
By: Arvind Mishra
Dec 14, 202510:57 AM
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में फुटबॉलर लियोनेल मेसी की एक झलक पाने को बेताब खेल प्रेमियों ने उनके जाते ही बवाल कर दिया। टेबल-कुर्सी तोड़ना शुरू कर दिया। महंगी टिकट खरीदने के बावजूद उन्हें मेसी को देखने तक का मौका नहीं मिला। इसकी वजह थी वीआईपी कल्चर। इसे लेकर सियासी पारा भी चढ़ने लगा है। इधर, असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने ममता सरकार पर निशाना साधा है। सरमा ने ममता बनर्जी की गिरफ्तारी की मांग की है। उनका कहना है कि ममता सरकार भीड़ को नियंत्रण करने में नाकामयाब साबित हुई है। अधिकारियों से घिरे होने के कारण भारी संख्या में जुटे लोग उन्हें देख तक नहीं सके।
बंगाल में वीआईपी कल्चर हावी
सीएम सरमा ने कहा-जुबीन गर्ग की मौत के बाद गुवाहाटी की सड़कों पर तीन दिन तक 10 करोड़ से भी ज्यादा लोग मौजूद थे, लेकिन कोई गड़बड़ नहीं हुई। सबकुछ शांति से खत्म हुआ। 50 हजार लोग अंतिम संस्कार में गए थे, लेकिन कोई हादसा नहीं हुआ। मुंबई में महिला विश्व कप फाइनल के दौरान भी सब कुछ शांति से संपन्न हुआ, लेकिन बंगाल एक ऐसा राज्य है, जहां कुछ भी कहा नहीं जा सकता है। वहां वीआईपी कल्चर काफी ज्यादा है।
बंगाल में हर दिन हो रहा अत्याचार
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा-पश्चिम बंगाल की गृह मंत्री, जो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ही हैं और कोलकाता पुलिस के कमिश्नर को गिरफ्तार कर लेना चाहिए। कोलकाता में जो कुछ भी हुआ, उसकी पूरी जिम्मेदारी गृह मंत्री और पुलिस आयुक्त की है। मेसी पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा हैं। ममता बनर्जी को खुद का निरीक्षण करने की जरूरत है। बंगाल में हर दिन लोगों पर अत्याचार होता है।
आयोजनकर्ता गिरफ्तार
मेसी के जाते ही लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने प्लास्टिक की बोतलों और कुर्सियों को पिच पर फेंकना शुरू कर दिया। भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने बल का सहारा लिया। पश्चिम बंगाल के गवर्नर सीवी आनंद बोस ने बाद में बताया कि इवेंट के आयोजनकर्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही सभी की फीस भी वापस करने का दावा किया है।