जापान के लिए 21 अक्तूबर का दिन ऐतिहासिक है। जापान ने आज अपने इतिहास की पहली महिला प्रधानमंत्री को चुना है। साने ताकाइची जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री चुनी गई हैं।
By: Sandeep malviya
Oct 21, 202522 hours ago
टोक्यो। जापान की संसद ने मंगलवार को अति-रूढ़िवादी साने ताकाइची को देश की पहली महिला प्रधानमंत्री चुना। इसके साथ ही साने ने जापान में एक नया इतिहास लिख दिया। लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख 64 वर्षीय ताकाइची प्रधानमंत्री के रूप में शिगेरु इशिबा की जगह लेंगी, जिन्हें दो बार चुनावी हार के बाद मजबूरन इस्तीफा देना पड़ा था। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार जापान की संसद के निचले सदन में साने ताकाइची को 237 वोट मिले हैं, जो 465 सीटों वाले सदन में बहुमत से अधिक है।
घोड़े की तरह काम करो- साने ताकाइची
जापान की नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री साने ताकाइची ने अपने भाषण में जापान के पुनर्निर्माण की बात प्रमुखता से कही। संबोधन में ताकाइची ने कहा, मैं अपने वादे निभाऊंगी। हम हर पीढ़ी को एकजुट करके और सभी की भागीदारी से ही पुनर्निर्माण कर सकते हैं। चूंकि हम कुछ ही लोग हैं, इसलिए मैं सभी से काम करने का आग्रह करती हूं कि घोड़े की तरह काम करो। मैं स्वयं वर्क लाइफ बैलेंस के विचार को त्याग दूंगी। मैं काम करूंगी, काम करूंगी, काम करूंगी, काम करूंगी और काम करूंगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जापान और एलडीपी के पुनर्निर्माण के लिए प्रत्येक को अपनी विशेषज्ञता के क्षेत्र में अथक परिश्रम करना होगा। मैं विनम्रता से काम करूंगी, इसलिए कृपया मुझे अपना मार्गदर्शन प्रदान करें। प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद उन्होंने कहा, इस समय मुझे खुशी की बजाय आने वाली कठिनाइयों का एहसास हो रहा है। हमें मिलकर बहुत सारा काम करना है। मेरा यही मानना है। कई नीतियां हैं जिन्हें जल्दी लागू करने की जरूरत है। हम सब मिलकर एलडीपी को और भी अधिक उत्साही, सकारात्मक और ऊजार्वान पार्टी बनाएंगे। एलडीपी को एक ऐसी पार्टी बनाने के लिए भी प्रयास करने होंगे जो लोगों की चिंताओं को आशा में बदल सके।
जापान की आयरन लेडी
जापान की संसद सदस्य तीन दशकों से अधिक का अनुभव रखने वाली ताकाइची आर्थिक सुरक्षा मंत्री समेत कई अहम जिम्मेदारियां निभा चुकी हैं। कट्टर रूढ़िवादी छवि की वजह से आलोचक उन्हें लेडी डोनाल्ड ट्रंप कहने लगे हैं, तो पूर्व प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कथित तौर पर उन्हें ह्यतालिबान ताकाइचीह्ण तक कह दिया था। वह मार्गरेट थैचर की तरह जापान की आयरन लेडी के नाम से मशहूर हैं।
एक मजबूत सेना की समर्थक हैं ताकाइची
साने ताकाइची की छवि एक अति-रूढ़िवादी नेता की है। उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के रूढ़िवादी दृष्टिकोण की समर्थक माना जाता है। लिबरल डेमोक्रेट्स पार्टी एक पुरुष प्रधान पार्टी है और ताकाइची इस पार्टी की पहली महिला अध्यक्ष हैं। ताकाइची साल 1993 में पहली बार अपने गृहनगर नारा से सांसद चुनी गईं थीं। उन्होंने आर्थिक सुरक्षा, आंतरिक मामलों और लैंगिक समानता मंत्री सहित कई अहम सरकारी पदों पर काम किया है। ताकाइची एक मजबूत सेना, सैन्य खर्च बढ़ाने, परमाणु संलयन को बढ़ावा देने, साइबर सुरक्षा और आव्रजन पर सख्त नीति की समर्थक हैं। ताकाइची शाही परिवार में केवल पुरुषों के उत्तराधिकार की समर्थक हैं, वे समलैंगिक विवाह का विरोध करती हैं और 19वीं सदी के नागरिक कानून में संशोधन का विरोध करती हैं।
एंकर से देश की पीएम बनने तक का सफर
साने ताकाइची का जन्म सात मार्च 1961 को जापान के नारा राज्य में हुआ था। उनके पिता टोयोटा कंपनी में कर्मचारी थे, तो मां पुलिस में। स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद ताकाइची निजी विश्वविद्यालय से पढ़ाई करना चाहती थीं, लेकिन छोटे भाई की पढ़ाई में कोई व्यवधान न आए, इसलिए उन्होंने कोबे विश्वविद्यालय से बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने टीवी एंकरिंग समेत अन्य काम किए। 1984 में ताकाइची ने मात्सुशिता इंस्टीट्यूट आॅफ गवर्नमेंट एंड मैनेजमेंट में प्रवेश लिया। तीन साल बाद, उन्हें एक कार्यक्रम के तहत वाशिंगटन डीसी भेजा गया। उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी के अमेरिकी प्रतिनिधि पैट श्रोएडर के लिए कांग्रेसनल फेलो के रूप में काम किया। 1989 में उन्होंने अमेरिकी कांग्रेस में अपने अनुभव पर एक किताब भी लिखी।