जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद अब उपराष्ट्रपति पद के दावेदारों की दौड़ तेज हो गई है। तारीखों की घोषणा के बाद अब उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर सबकी नजरें टिकी हैं। इस बीच उपराष्ट्रपति पद के संभावित नामों को लेकर कयास लगने शुरू हो गए हैं।
By: Arvind Mishra
Aug 17, 20257 hours ago
जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद अब उपराष्ट्रपति पद के दावेदारों की दौड़ तेज हो गई है। तारीखों की घोषणा के बाद अब उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर सबकी नजरें टिकी हैं। इस बीच उपराष्ट्रपति पद के संभावित नामों को लेकर कयास लगने शुरू हो गए हैं। हालांकि, कहा जा रहा है कि उपराष्ट्रपति भाजपा से ही होगा। आगामी 9 सितंबर को उपराष्ट्रपति पद के चुनाव होने हैं। वहीं मंगलवार को एनडीए की संसदीय दल की बैठक होगी। इसी बीच केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात की। इसकी फोटो भी उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर साझा की। जिसके बाद से सियासी अटकलों का दौर शुरू हो गया। दरअसल, देश में जल्द ही उपराष्ट्रपति पद के चुनाव होने वाले हैं। चुनाव में 1 महीने से भी कम का समय बचा है। ऐसे में उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए कई दिग्गज नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। भाजपा के खेमें में भी कुछ नामों पर चर्चा तेज हो गई है। कयासों की इस फेहरिस्त में सबसे ऊपर दिल्ली के राज्यपाल वीके सक्सेना और बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का नाम शामिल है। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गेहलोत, सिक्किम के राज्यपाल ओम माथुर और जम्मू के राज्यपाल मनोज सिन्हा भी उपराष्ट्रपति पद की रेस में शामिल हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से शीशाधारी चारी का नाम भी सामने आ रहा है। आगामी बिहार चुनाव को ध्यान में रखते हुए राज्यसभा के वर्तमान डिप्टी चेयरमैन हरिवंश को भी उपराष्ट्रपति बनाया जा सकता है। भाजपा ने पहले ही साफ कर दिया है कि अगला उपराष्ट्रपति उन्हीं की पार्टी से होगा।
21 जुलाई को पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों के मद्देनजर अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उनका कार्यकाल अगस्त 2027 को खत्म होना था, मगर इससे पहले ही उन्होंने अपना पद छोड़ दिया। भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार चुनने का दारोमदार सौंपा गया है।
मंगलवार को एनडीए ने सभी सांसदों की संसदीय बैठक बुलाई है। मुमकिन है कि इस दौरान पीएम मोदी सभी सांसदों को संबोधित करें। उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसद मतदान करेंगे, जिसके बाद जीतने वाले उम्मीदवार को उपराष्ट्रपति बनाया जाएगा।
इधर, दो दिन पहले केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लालकृष्ण आडवानी से मुलाकात करते हुए एक्स पर लिखा-आडवाणी जी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं और उनका आशीर्वाद लिया। प्रतिभा दीदी जिस समर्पण भाव से उनकी सेवा करती हैं, वह अतुल्य है। हालांकि, शिवराज सिंह चौहान ने ज्यादा तो नहीं लिखा। मगर, तस्वीरों को देखकर साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि शिष्य और गुरु की यह जोड़ी है, करीब एक साल बाद एक बार फिर साथ में दिखी है। जब शिवराज सिंह केंद्रीय मंत्री बने थे। उसके बाद तब उन्होंने 10 जून 2024 को आडवानी से मुलाकात की थी। वहीं राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अपने राजनीतिक गुरु से मिलना संयोग नहीं है। मुलकात में संगठन स्तर पर बदलाव और आने वाले भविष्य पर संभवत: चर्चाएं हुईं हों।