उत्तर प्रदेश के बरेली में शुक्रवार को हुए बवाल पर मौलाना तौकीर रजा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बरेली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जुमे की नमाज के बाद पुलिस फोर्स के साथ धक्का मुक्की करने की कोशिश की गई। इस मामले में 10 एफआईआर दर्ज की गई हैं ।
By: Arvind Mishra
Sep 27, 20253:16 PM
बरेली। स्टार समाचार वेब
उत्तर प्रदेश के बरेली में शुक्रवार को हुए बवाल पर मौलाना तौकीर रजा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बरेली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जुमे की नमाज के बाद पुलिस फोर्स के साथ धक्का मुक्की करने की कोशिश की गई। इस मामले में 10 एफआईआर दर्ज की गई हैं और मौलाना तौकीर रजा सहित 8 लोग गिरफ्तार हुए हैं और मौलाना को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। गौरतलब है कि मौलाना तौकीर रजा के आह्वान पर जुमे की नमाज के बाद भारी बवाल हुआ था। बरेली की अल हजरत दरगाह के आसपास मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग आई लव मोहम्मद के पोस्टर लेकर उतरे। देखते ही देखते यह विरोध प्रदर्शन हिंसक टकराव में बदल गया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
बरेली के एसएसपी ने बताया कि हिंसा के मामले में कुल 10 एफआईआर दर्ज की गईं, जिनमें से कोतवाली थाने में 5, बरादली में 2, प्रेमनगर में 1 और कैंट में 1 एफआईआर दर्ज है। पुलिस ने अब तक 8 लोगों को गिरफ्तार किया है और कुल 34 लोगों को हिरासत में लिया है। मौलाना तौकीर रजा के खिलाफ कुल 7 एफआईआर दर्ज हैं। बरेली हिंसा में कुल 22 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
इधर, जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने बताया कि पुलिस ने मौके पर सख्त कार्रवाई की और स्थिति पूरी तरह नियंत्रित कर ली गई है। उन्होंने जनता से अपील की कि अफवाहों पर ध्यान न दें। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी एक बयान जारी कर कहा कि बरेली हिंसा एक साजिश के तहत की गई थी, जिसका उद्देश्य पश्चिमी यूपी में उद्योग और निवेश को प्रभावित करना था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नमाज से पहले धार्मिक नेताओं के साथ संपर्क में थे और अधिकांश क्षेत्रों में शुक्रवार की नमाज शांतिपूर्ण रही, लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने पत्थर फेंके और वाहनों और दुकानों को नुकसान पहुंचाया। डीआईजी अजय कुमार साहनी ने कहा कि इस घटना में शामिल लोगों की पहचान वीडियो और तस्वीरों के माध्यम से की जाएगी और सख्त कार्रवाई की जाएगी।