यह परीक्षा अब पूरे देश में अब एक ही शिफ्ट में आयोजित की जाएगी। इसके साथ ही जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा और आगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने स्पष्ट किया कि इस संबंध में एनबीई को कोई और समय सीमा नहीं दी जाएगी।
By: Star News
Jun 06, 202520 hours ago
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि नीट पीजी की परीक्षा एक की पाली में कराई जाए। इसके बाद एनबीई ने याचिका दायर कर परीक्षा की तारीख पुनर्निर्धारित करने की मांग की थी, जिससे परीक्षा की नए सिरे से व्यवस्था की जाए। अब सुप्रीम कोर्ट ने नई तारीख पर मुहर लगा दी है। दरअसल, नीट-पीजी की तैयारी कर रहे लोखों छात्रों को बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने नीट पीजी परीक्षा आयोजित करने के लिए 3 अगस्त की तारीख को मंजूरी दे दी है। पहले यह परीक्षा 15 जून को होने वाली थी। सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (एनबीई) की एक अर्जी पर सुनवाई हुई, जिसमें 3 अगस्त को नीट-पीजी परीक्षा आयोजित करने की मंजूरी मांगी गई थी। कोर्ट ने अब 3 अगस्त की तारीख पर मुहर लगा दी है। यह परीक्षा अब पूरे देश में अब एक ही शिफ्ट में आयोजित की जाएगी। इसके साथ ही जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा और आगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने स्पष्ट किया कि इस संबंध में एनबीई को कोई और समय सीमा नहीं दी जाएगी।
गौरतलब है कि 30 मई को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि नीट-पीज परीक्षा केवल एक ही शिफ्ट में आयोजित की जाए। इसके बाद, एनबीई ने शीर्ष अदालत में एक आवेदन दायर कर परीक्षा को बाद की तारीख पर पुनर्निर्धारित करने के लिए समय बढ़ाने की मांग की क्योंकि एकल-शिफ्ट के आदेश का पालन करने के लिए नए सिरे से व्यवस्था करनी होगी।
इस बार नीट-पीजी परीक्षा के पैटर्न में बड़ा बदलाव किया जा रहा है। अब पूरे देश में एक ही शिफ्ट में आयोजित की जाएगी, जो सुबह 9:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक चलेगी। एनबीई के दो पालियों में परीक्षा आयोजित करने के प्रस्ताव पर शीर्ष अदालत द्वारा चिंता जताए जाने के बाद स्थगित कर दी गई थी।
एनबीई ने सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट को बताया कि एक ही शिफ्ट में पूरे देश में परीक्षा आयोजित करने के लिए तकनीकी और लॉजिस्टिक स्तर पर बड़ी तैयारी की जरूरत होती है। एनबीई की टेक्नोलॉजी पार्टनर टीसीएस ने बताया कि 15 जून तक आवश्यक व्यवस्थाएं पूरी करना संभव नहीं है। इसलिए 3 अगस्त की तारीख को सुझाव के तौर पर आगे रखा गया और कोर्ट ने इसे मंजूरी दी है। तारीख बदलने से छात्रों को सिर्फ तैयारी के लिए अतिरिक्त समय ही नहीं मिलेगा, बल्कि उन्हें फिर से परीक्षा केंद्र चुनने का मौका भी दिया जाएगा।