यूरोप द्वारा अमेरिकी तकनीकी कंपनियों जैसे गूगल पर भारी जुर्माने पर डोनाल्ड ट्रंप ने तीखी प्रतिक्रिया दी। इसे भेदभावपूर्ण बताया। चेतावनी दी कि यदि यूरोप ने कार्रवाई जारी रखी तो अमेरिकी सरकार कड़े कदम उठाएगी, जिससे अमेरिका की आर्थिक स्थिति मजबूत हो।
By: Arvind Mishra
Sep 06, 2025just now
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
यूरोप द्वारा अमेरिकी तकनीकी कंपनियों जैसे गूगल पर भारी जुर्माने पर डोनाल्ड ट्रंप ने तीखी प्रतिक्रिया दी। इसे भेदभावपूर्ण बताया। चेतावनी दी कि यदि यूरोप ने कार्रवाई जारी रखी तो अमेरिकी सरकार कड़े कदम उठाएगी, जिससे अमेरिका की आर्थिक स्थिति मजबूत हो। दरअसल, मेक अमेरिका ग्रेट अगेन... नारे के साथ सत्ता में लौटे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में ही दुनिया भर के देशों पर टैरिफ लगाकर अमेरिका का व्यापार घाटा कम करने पर जोर दिया है। इसी बीच यूरोप की ओर से टेक कंपनी गूगल पर 2.9 बिलियन डॉलर (29 हजार करोड़ रुपए) का जुर्माना लगाए जाने के बाद ट्रंप ने कड़ा रुख अपनाया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए ट्रंप ने लिखा-गूगल पर यूरोप की ओर से 3.5 बिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया गया है। यह अमेरिका के साथ नाइंसाफी है। अमेरिकी कंपनियों और निवेश के खिलाफ भेदभावपूर्ण कार्रवाई है। यूरोप पहले भी गूगल और अन्य अमेरिकी टेक कंपनियों पर भारी जुर्माना लगाता रहा है।
ट्रंप ने एप्पल का हवाला देते हुए कहा कि कंपनी पर 17 बिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया गया था, जो पूरी तरह गलत था और उसे वापस मिलना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर यूरोप ने ऐसी कार्रवाइयां बंद नहीं कीं तो उनकी सरकार धारा 301 के तहत सख्त कदम उठाएगी और अनुचित जुर्माने को चुनौती दी जाएगी। यूरोपीय आयोग ने गूगल पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
यूरोपीय आयोग ने गूगल पर यह जुर्माना डिजिटल विज्ञापन तकनीक के दुरुपयोग के आरोप में लगाया है। आरोप है कि गूगल अपनी सेवाओं को प्राथमिकता देकर प्रतिस्पर्धियों और आनलाइन प्रकाशकों के साथ अनुचित व्यवहार करता है। बाजार में अपनी ताकत का दुरुपयोग करता है। इस पूरे मामले ने एक बार फिर अमेरिका और यूरोप के बीच टेक कंपनियों को लेकर चल रहे विवाद को हवा दे दी है।