गंजबासौदा। श्रावण मास और रक्षाबंधन जैसे त्योहों पर यात्रियों को भीड़ बढ़ जाती है। लेकिन गंजबासौदा का नया बस स्टैंड यात्रियों को सुविधा देने के बजाय उनकी मुसीबत बढ़ा हा है। यहां यात्रियों के लिए बनाए गए प्रतीक्षालय पर दुकानदारों का कब्जा है। नया कई बार मामला सुर्खियों में आने के बावजूद अब तक कब्जा हटाने की कर्मवाई नहीं कर पाई। प्रतिदिन 8,500 से अधिक यात्री यहां से सफर करते हैं। लेकिन बस कर इंतजार करने के लिए उन्हें खुले मैदान में खड़ा रहना पड़ता है। बरसात में यह पोशनी और बढ़ जाती है। बस स्टैंड का आधा परिसर हाथ ठेलों ऑटो और से रहा है। बारिश के मौसम में जगहों में पानी भर जात है। कई बार यात्री फिसलकर गिर जाते हैं। बस स्टैंड भवन भी जर्जर हो चुका है। छत से पानी टपकता है और दीवारों में दरारें आ चुकी हैं। तीन साल से यहां कोई मरम्मत नहीं हुई है।
कई बार प्रदर्शन, समाधान नहीं
सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार सेन ने बताया कि नए बस स्टैंड की अव्यवस्थाओं को लेकर यात्री और बस ऑपरेटर कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं। नपा हर बार कार्रवाई का आश्वासन देती है, लेकिन ठोस कदम नहीं उठाए जाते। नतीजा यह है कि यात्री प्रतीक्षालय अब बाजार में तब्दील हो चुका है और अतिक्रमण के कारण बस स्टैंड का परिसर लगातार सिकुड़ता जा रहा है।
59 बसें, 148 चक्कर, 8,500 यात्री... सुविधाएं शून्य
सामाजिक कार्यकर्ता बीडी शर्मा के अनुसार बस स्टैंड से प्रतिदिन 59 बसें विभिन्न मार्गों पर चलती हैं, जो 148 चक्कर लगाती हैं। इनमें करीब 8,500 यात्री सफर करते हैं। विदिशा, शमशाबाद, सिरोंज, गुना, अशोकनगर, नरसिंहगढ़, कुरवाई, पठारी, मुगावली, सागर, बैरसिया, भोपाल, राहतगढ़ और बेगमगंज के लिए बसें यहां से संचालित होती है होती हैं। इसके बावजूद यात्रियों को बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल पा रहीं।
गड्डों में पानी भरने से वाहन भी बीच परिसर में खड़े कर रहे
सीसी फर्श कई जगह टूटी हुई है। गड्डों में पानी भरने से वाहन भी बीच परिसर में खड़े किए जाते हैं, जिससे जगह और कम हो जाती है। बरसात में स्थिति और बिगड़ जाती है। जहां-तहां हाथ ठेले और अस्थायी दुकानें लग जाती हैं, जिससे यात्रियों को खड़े होने तक की जगह नहीं मिलती।
सुलभ शौचालय जाना मजबूरी
बस स्टैंड भवन की गैलरी में यात्रियों के बैठने के लिए प्रतीक्षालय बनाया गया था, लेकिन अब यहां दुकानें चल रही हैं। यात्रियों को मैदान में खड़े होकर बसों का इंतजार करना पड़ता है। स्थिति यह है कि अतिक्रमणकारियों ने शौचालय पर भी कब्जा कर लिया है और वहां दुकान खोल दी है। महिलाओं को शौचालय के लिए दूर स्थित सुलभ शौचालय जाना पड़ता है, जिससें उनका सामान असुरक्षित रहता है। कई बार महिलाओं से छेड़छाड़ की घटनाएं भी हो चुकी हैं।
जांच के बाद कार्रवाई होगी
यात्री प्रतीक्षालय का क्या मामला है, इसे दिखवाते हैं। जांच के बाद जो भी उचित होगा, कार्रवाई की जाएगी।
रवि प्रसाद, सीएमओ, नगर पालिका, गंजबासौदा।