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एसटीआर में बाघों का कुनबा बढ़ा

:3 नन्हें शावकों के साथ पहली बार नजर आई बाघिन, मुंबई के पर्यटकों ने कैमरे में कैद किया

By: Gulab rohit

Oct 26, 2025just now

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एसटीआर में बाघों का कुनबा बढ़ा

नर्मदापुरम। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के मटकुली जोन में झालई नाम की बाघिन अपने तीन नन्हें शावकों के साथ पहली बार पर्यटकों को नजर आई है। सफारी के दौरान मुंबई से आए पर्यटकों ने बाघिन और शावकों को रास्ते पर टहलते और खेलते हुए देखा। एसटीआर प्रबंधन ने मां और शावकों की यह पहली तस्वीर जारी की है।
एसटीआर बोरी के सहायक संचालक विनोद वर्मा ने बताया कि बाघिन झालई अक्सर मटकुली जोन में दिखती है, लेकिन उसने पहली बार शावकों को जन्म दिया है। शनिवार को मुंबई से आए पर्यटकों को सफारी के दौरान यह बाघिन अपने तीन शावकों के साथ दिखी। शावकों की उम्र करीब 3-4 महीने बताई जा रही है। 30 जून के बाद कोर क्षेत्र में सफारी बंद होने के कारण इन्हें पहले नहीं देखा गया था।


टी-33 बाघिन (लैला) की बेटी है झालई


विनोद वर्मा ने बताया कि झालई बाघिन, एसटीआर की प्रसिद्ध बाघिन टी-33 (लैला) की बेटी है। झालई ने पहली बार इन तीन शावकों को जन्म दिया है।

फायर लाइन बाघिन ने भी दिए 4 शावकों को जन्म


एसटीआर में हाल ही में फायर लाइन नाम की बाघिन ने भी चार शावकों को जन्म दिया है, जिनकी उम्र भी करीब 4 महीने हो चुकी है। ये शावक पिछले हफ्ते 18 अक्टूबर को पहली बार दिखे थे। अधिकारियों का कहना है कि कुछ और बाघिनों ने भी शावकों को जन्म दिया है, लेकिन उनकी तस्वीरें अभी सामने नहीं आई हैं।


जंगल सफारी में बढ़ी रौनक, दिख रहे वन्यप्राणी


सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के चूरना का कोर क्षेत्र 5 अक्टूबर और मढ़ई गेट 11 अक्टूबर से पर्यटकों के लिए खुल चुका है। जंगल सफारी के दौरान पर्यटकों को टाइगर, तेंदुआ, बाइसन, हिरण समेत कई वन्यजीव दिख रहे हैं। अब नन्हे शावकों के साथ बाघिन के दिखने से पर्यटकों का उत्साह और बढ़ गया है।


एसटीआर  में 70 से ज्यादा हुए बाघ


सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में बाघ-बाघिनों की संख्या लगातार बढ़ रही है और अब यह 70 से ज्यादा हो गई है। चार साल पहले यहां करीब 50 बाघ थे, जो दो साल पहले बढ़कर 62 हो गए थे। हाल ही में मछली, फायरलाइन और झालई जैसी बाघिनों द्वारा शावकों को जन्म देने के बाद यह संख्या 70 के पार पहुंच गई है।

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