टैरिफ वार के बाद बढ़ती दूरी के बीच एक बार फिर भारत पर दुनिया भर की नजरें टिक गई हैं। दलअसल, दो मित्रों की जल्द मुलाकात होने जा रही है। इससे सबसे ज्यादा भारत का पड़ोसी मुल्क परेशान नजर आ रहा है।दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के बीच जल्द ही एक मुलाकात होने वाली है।
By: Arvind Mishra
Sep 25, 202510:18 AM
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
टैरिफ वार के बाद बढ़ती दूरी के बीच एक बार फिर भारत पर दुनिया भर की नजरें टिक गई हैं। दलअसल, दो मित्रों की जल्द मुलाकात होने जा रही है। इससे सबसे ज्यादा भारत का पड़ोसी मुल्क परेशान नजर आ रहा है।दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के बीच जल्द ही एक मुलाकात होने वाली है। इसके साथ ही अमेरिका ने यह भी साफ कर दिया है कि वह कश्मीर मुद्दे पर कोई भी मध्यस्थता करने की मंशा नहीं रखता है। इससे पाकिस्तान को गहरा झटका लगा है। गुरुवार को एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच सकारात्मक रिश्ते को देखते हुए यह बैठक तय है। हालांकि, इस मुलाकात के समय और स्थान को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। अमेरिकी अधिकारी ने कहा- मुझे यकीन है कि दुनिया दोनों नेताओं को मिलते देखेगी। उनका रिश्ता बहुत ही सकारात्मक है।
अधिकारी ने कहा- हमारे पास क्वाड शिखर सम्मेलन है और हम इसकी योजना पर काम कर रहे हैं। किसी न किसी समय यह होगा, अगर इस साल नहीं तो अगले साल। हम इसकी तारीखों पर काम कर रहे हैं। इसलिए अमेरिका-भारत संबंधों में बहुत कुछ होने वाला है, और मुझे लगता है कि हम लगातार सकारात्मक गति देखेंगे।
अमेरिकी विदेश विभाग के अधिकारी ने कहा कि अमेरिका का भारत और पाकिस्तान को एक साथ रखने का कोई इरादा नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ट्रंप प्रशासन कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करने का इरादा नहीं रखता है।
अधिकारी ने कहा-हमारी लंबे समय से यह नीति रही है कि यह भारत और पाकिस्तान के बीच का सीधा मामला है। राष्ट्रपति, जैसा कि वे हर मुद्दे पर करते हैं। अगर हमसे मदद मांगी जाए तो तैयार हैं। लेकिन उनके सामने पहले से ही कई संकट है। यह भारत और पाकिस्तान के बीच का मामला है जिसे सुलझाना है।