मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 28 जुलाई से शुरू हो रहा है। मोहन सरकार अपना पहला अनुपूरक बजट पेश करेगी। जो लगभग 10000 करोड़ का होगा। वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विधानसभा सत्र की तैयारी को लेकर अफसरों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रश्नों की सही तरीके से तैयारी कर मंत्रियों को अवगत कराएं।
By: Arvind Mishra
Jul 26, 20255 hours ago
मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 28 जुलाई से शुरू हो रहा है। मोहन सरकार अपना पहला अनुपूरक बजट पेश करेगी। जो लगभग 10000 करोड़ का होगा। वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विधानसभा सत्र की तैयारी को लेकर अफसरों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रश्नों की सही तरीके से तैयारी कर मंत्रियों को अवगत कराएं। इधर, इस बार विधानसभा में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल की सीट में बदलाव किया गया है। हेमंत अब विधानसभा की पहली पंक्ति में बैठेंगे। मानसून सत्र की तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं। इस सत्र में विधानसभा सचिवालय को 3377 प्रश्न मिले हैं। वहीं मानसून सत्र शुरू होने से 48 घंटे पहले ही विधानसभा परिसर को सुरक्षा घेरा बना दिया गया है। विधानसभा सचिवालय के फैसले के चलते शनिवार को यहां नियमित कामकाज बंद रहा। केवल सुरक्षा प्रबंधों से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी ही विधानसभा परिसर में प्रवेश कर सके। सोमवार से शुरू हो रहे सत्र में विपक्ष के विरोध की आशंका को देखते हुए इस बार सुरक्षा पर विशेष जोर दिया गया है।
इस बार सत्र शुरू होने से पहले ही सुरक्षा प्रबंधों के साथ-साथ धरना-प्रदर्शन को लेकर भी सियासी गर्माहट देखने को मिल रही है। विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर प्रमुख सचिव ने विधायकों द्वारा परिसर में नारेबाजी और प्रदर्शन को प्रतिबंधित कर दिया है। अब एंट्री को लेकर भी नियम सख्त किए गए हैं। शनिवार को गेट नंबर 3 पर दिनभर पुलिस वाहनों की आवाजाही और अधिकारियों की रिहर्सल चलती रही, जबकि गेट नंबर 1, 2, 4 और 5 को बंद रखा गया।
इस बार सत्र से पहले मीडिया कार्यालय शनिवार को बंद रहा, जो आमतौर पर खुला रहता है। इसके कारण पास बनवाने पहुंचे पत्रकारों को खाली हाथ लौटना पड़ा। उन्हें बताया गया कि पास वितरण रविवार दोपहर से शुरू होगा। यही स्थिति अन्य समितियों से संबंधित कार्यालयों की भी रही।
किसी भी वाहन में लाल, पीली या नीली बत्ती (फ्लैश लाइट) नहीं लगी होनी चाहिए। हूटर लगे वाहन परिसर में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। केवल उन्हीं एलपीजी और सीएनजी वाहनों को प्रवेश मिलेगा, जिन्हें आरटीओ से अनुमति प्राप्त है। बिना नंबर या अनधिकृत गैस चालित वाहनों को परिसर में प्रवेश नहीं मिलेगा। प्राइवेट आटो रिक्शा को सत्र के दौरान परिसर में प्रवेश नहीं मिलेगा। विधायकों की ड्यूटी में लगे अंगरक्षकों को विधानसभा परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
भारी हथियारों से लैस अंगरक्षक भी परिसर में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। वैध पास धारक अंगरक्षकों और सहायकों के बैठने की व्यवस्था नए शेड में की गई है। विशेष आगंतुक और मंत्रियों को गेट नंबर 1 या 3 से प्रवेश मिलेगा। विधानसभा अध्यक्ष गेट नंबर 1 से प्रवेश करेंगे और गेट नंबर 3 से बाहर निकलेंगे। विधायक और अधिकारी भी गेट नंबर 1 से प्रवेश और गेट नंबर 3 से निकास करेंगे। पत्रकारों और दोपहिया वाहन पासधारकों को गेट नंबर 5 से प्रवेश और निकास की अनुमति दी गई है।
मानसून सत्र 8 अगस्त तक चलेगा। इस 12 सदस्यीय सत्र में 10 बैठकें होंगी। इस सत्र के लिए विधानसभा सचिवालय को 3377 प्रश्न मिले हैं। 191 ध्यानाकर्षण की सूचनाएं और एक स्थगन प्रस्ताव मिला है।