साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे वनडे से पहले BCCI ने हेड कोच गौतम गंभीर और चीफ सेलेक्टर अजित अगरकर के साथ अहम बैठक बुलाई. टेस्ट हार, कम्युनिकेशन गैप और T20/ODI वर्ल्ड कप की रणनीति पर हो रहा मंथन. जानें क्या हैं बड़े संकेत और कोहली-रोहित पर चर्चा के मायने।
By: Ajay Tiwari
Dec 01, 20251:48 PM
स्पोर्ट्स डेस्क. स्टार समाचार वेब
भारतीय क्रिकेट में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है. साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे वनडे से ठीक पहले बीसीसीआई (BCCI) ने हेड कोच गौतम गंभीर, चीफ सेलेक्टर अजित अगरकर और बोर्ड के कुछ शीर्ष अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक बुला ली है. मैच से कुछ घंटे पहले आयोजित की जा रही यह बैठक कई बड़े संकेत दे रही है, जिसने फैंस के बीच उत्सुकता बढ़ा दी है.
स्पोर्ट्स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, इस बैठक में बीसीसीआई सचिव देवजीत साइकिया, जॉइंट सचिव प्रभतेज सिंह भाटिया, कोच गौतम गंभीर और चयन समिति अध्यक्ष अजित अगरकर मौजूद रहेंगे. नए बीसीसीआई अध्यक्ष मिथुन मनहास के शामिल होने की संभावना कम है. यह भी साफ है कि विराट कोहली, रोहित शर्मा या कोई भी सीनियर खिलाड़ी इस बैठक में नहीं बुलाया जाएगा.
बीसीसीआई अधिकारी के मुताबिक इस मीटिंग का मुख्य उद्देश्य है, "टीम चयन में निरंतरता और भविष्य की योजनाओं पर स्पष्टता लाना."
हाल ही में साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में मिली अप्रत्याशित हार ने बोर्ड को कई सवालों पर सोचने पर मजबूर किया है. इस बैठक का मुख्य फोकस रहेगा:
हालिया मैचों में टीम की गलत रणनीति
मैनेजमेंट और खिलाड़ियों के बीच कम्युनिकेशन गैप को भरना
लंबे समय के लिए टीम की योजनाओं को मजबूत करना
एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है, “होम टेस्ट सीजन में कई बार मैदान के अंदर और बाहर अजीब फैसले देखने को मिले हैं. अगले टेस्ट सीरीज में अभी आठ महीने हैं, इसलिए हम पहले अपनी पूरी तैयारी करना चाहते हैं.”
भारत अगले साल T20 वर्ल्ड कप में खिताब बचाने के लिए उतरेगा, जिसके बाद ODI वर्ल्ड कप भी सामने है. ऐसे में बोर्ड किसी भी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहता है. एक टॉप के अधिकारी के अनुसार, “अगले दो बड़े ICC टूर्नामेंट में भारत टॉप दावेदार होने वाला है, इसलिए सभी रणनीतिक मुद्दों को तुरंत सुलझाना जरूरी है.”
पिछले कुछ समय से यह चर्चा तेज है कि बोर्ड विराट कोहली को टेस्ट क्रिकेट में वापसी के लिए मनाना चाहता था, हालांकि रांची वनडे के बाद खुद कोहली ने किसी भी तरह की वापसी की संभावना से साफ इंकार कर दिया है.यह भी माना जा रहा है कि मैनेजमेंट, चयन समिति और सीनियर खिलाड़ियों के बीच कुछ मतभेद हैं, जिन्हें सुलझाने की कोशिश की जा रही है.इस बैठक के नतीजे आने वाले दिनों में टीम इंडिया की दिशा और चयन नीति को बड़े स्तर पर प्रभावित कर सकते हैं.