भोपाल के नेहरू नगर में 45 वर्षीय एमबीए युवक आयुष मेहता ने मानसिक संतुलन बिगड़ने के कारण आत्महत्या कर ली। वह लंबे समय से अंतरिक्ष और नासा जाने की बातें कर रहा था।
By: Ajay Tiwari
Dec 19, 20255:44 PM
भोपाल: स्टार समाचार वेब
मध्य प्रदेश की राजधानी के नेहरू नगर इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहाँ 45 वर्षीय एक एमबीए (MBA) शिक्षित युवक ने मानसिक तनाव के चलते सब्जी काटने वाली छुरी से अपना गला रेत लिया। गंभीर हालत में उसे हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। मरने से पहले युवक के आखिरी शब्द थे— "माँ, मैं उसके साथ अंतरिक्ष में जाना चाहता हूँ।"
पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक आयुष मेहता साल 2002 से ही गंभीर मानसिक बीमारी से जूझ रहा था। उच्च शिक्षित होने के बावजूद वह घर पर ही रहता था। उसके पिता, जो एक इंजीनियर और निजी ठेकेदार थे, का पहले ही निधन हो चुका है। पिता की मृत्यु के बाद आयुष की स्थिति और बिगड़ती गई। वह अक्सर बहकी-बहकी बातें करता था और अपनी माँ पर शादी कराने का दबाव बनाकर विवाद करता था।
आयुष के केयरटेकर मनीष चौहान ने बताया कि वह अक्सर काल्पनिक दुनिया की बातें करता था। वह कहता था कि उसे अमेरिका जाना है या 'नासा' (NASA) जॉइन करना है। मानसिक संतुलन ठीक न होने के कारण वह हिंसक भी हो जाता था और अपनी बुजुर्ग माँ के साथ मारपीट करता था। डॉक्टरों के साथ भी उसका व्यवहार अमर्यादित रहता था।
यह पहली बार नहीं था जब आयुष ने आत्मघाती कदम उठाया हो। इससे पहले अक्टूबर माह में भी उसने इसी तरह गला रेतकर जान देने की कोशिश की थी, लेकिन तब समय रहते अस्पताल पहुँचाने के कारण उसकी जान बच गई थी। गुरुवार रात करीब 10 बजे, जब वह अपने कमरे में अकेला था, उसने फिर से सब्जी काटने वाली छुरी उठाई और अपना गला काट लिया।
परिजनों की सूचना पर पहुँची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के बाद शुक्रवार दोपहर परिवार को सौंप दिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मर्ग कायम कर मामले की सभी पहलुओं से जाँच की जा रही है। प्रारंभिक तौर पर यह मामला मानसिक अवसाद और सनक का प्रतीत हो रहा है।